'मौके का फायदा' उठाने की फिराक में पाक, केपी ओली से बातचीत के लिए इमरान खान ने मांगा वक्त

दुनिया
आलोक राव
Updated Jul 02, 2020 | 12:09 IST

Imran Khan to talk KP Oli : नई दिल्ली और काठमांडू के रिश्तों में तनाव का फायदा पाकिस्तान उठाना चाहता है। इमरान खान नेपाल के पीएम केपी ओली के साथ फोन पर बातचीत करना चाहते हैं।

Imran Khan to talk KP Oli Islamabad sends message to Nepal
केपी ओली से बातचीत करना चाहते हैं इमरान खान। 
मुख्य बातें
  • भारत और नेपाल के बीच तनावपूर्ण माहौल का फायदा उठाना चाहता है पाकिस्तान
  • पाक के पीएम इमरान खान अपने नेपाली समकक्ष के साथ फोन पर बातचीत करना चाहते हैं
  • केपी ओली का आरोप है कि भारत उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है

नई दिल्ली : भारत विरोधी कदम उठाकर अपनी ही पार्टी के निशाने पर आ चुके नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली को पाकिस्तान का साथ मिलता दिख रहा है। अपनी कुर्सी जाने के खतरे का सामना करने वाले ओली का आरोप है कि भारत उनकी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहा है। मीडिया रिपोर्टों की मानें तो इमरान खान ने केपी ओली से बातचीत के लिए समय मांगा है और इसके लिए इस्लामाबाद ने नेपाल के विदेश मंत्रालय से अनुरोध किया है। इस बीच खबर यह भी आई है कि हृदय से जुड़ी दिक्कत होने पर ओली को जांच के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया।

कोई मौका हाथ से जाने नहीं देता पाक
इस्लामाबाद की यह कोशिश यह साफ बताती है कि पाकिस्तान भारत को घेरने के लिए कोई भी मौका हाथ से जाने नहीं देता। इस समय नेपाल के विवादित नए नक्शे को लेकर नई दिल्ली और काठमांडू के रिश्ते तनाव के दौर से गुजर रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान इस मौके का फायदा उठाना चाहता है। जाहिर तौर पर  इस बातचीत में इमरान खान नेपाल को गुमराह करने की कोशिश कर सकते हैं। वास्तविक निंयत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन के साथ बढ़े तनाव के बीच पाकिस्तान की कोशिश भारत विरोधी मंच को और धार देने की है। 

नेपाल के विवादित नक्शे से पैदा हुआ विवाद
दरअसल, नेपाल ने भारतीय क्षेत्रों कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को अपना हिस्सा बताते हुए अपने नए विवादित नक्शे में शामिल किया है। इस नक्शे को संसद से पारित कर उसे कानून बना दिया गया है। नेपाल के इस कदम का भारत ने विरोध किया। भारत ने इसे 'कृत्रिम रूप से दावे का विस्तार' बताया और नए नक्शे को 'अस्वीकार्य' करार दिया। भारत ने कहा कि इस विवादित नक्शे की वजह से दोनों देशों के रिश्ते पहले जैसे नहीं रहे। ऐसे में यह नेपाल की जिम्मेदारी बनती है कि वह बातचीत के लिए उपयुक्त माहौल तैयार करे। 

अपनी ही पार्टी के निशाने पर आए ओली
वहीं, विवादित नक्शा की पहल करने और उसे कानून बनाने के बाद केपी ओली अपनी ही पार्टी के नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। कम्यूनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि ओली ने अपने इस कदम से भारत के साथ देश के रिश्ते तनावपूर्ण बना लिए हैं। पार्टी के नेताओं के निशाने पर आने के बाद केपी ओली ने भारत पर अपनी सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है। इस बीच खबर यह है भी है कि बुधवार को सीने में दर्द की शिकायत होने के बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया। ओली गुरुवार को राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी के साथ मुलाकात करने वाले हैं। 

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