तेहरान : लेखक ईरान ने कहा है कि सलमान रुश्दी पर हुए हमले में उसकी कोई भूमिका नहीं है। इस्लामिक न्यूज एजेंसी इरना के मुताबिक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नसीर कनानी ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मलेन के दौरान कहा कि भारतीय मूल के लेखक पर हुए हमले में ईरान की कोई भूमिका नहीं है। बता दें कि 1988 में आई अपनी किताब 'सैटेनिक वर्सेज' के लिए रूश्दी को जान से मारने की धमकियां मिलती रही हैं।
रुश्दी पर गत शुक्रवार को हुआ हमला
ईरान के सुप्रीम धार्मिक नेता ने उनके खिलाफ फतवा जारी किया। गत शुक्रवार को न्यूयॉर्क में एक साहित्यिक कार्यक्रम के दौरान रुश्दी पर युवक ने चाकू से हमला किया। इस हमले में रुश्दी गंभीर रूप से घायल हुए। अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। लोकप्रिय लेखक पर हुए इस हमले की निंदा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन सहित कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने की है।
हम पर कोई आरोप नहीं लगा सकता-ईरान
कनानी ने कहा कि इस हमले के लिए ईरान पर आरोप नहीं लगाया जा सकता। इस बीच, रिपोर्टों में कहा गया है कि रुश्दी को वेंटिलेटर से हटा लिया गया है और वह बात करने की स्थिति में आ गए हैं।
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चाकू से हमला किया
मुंबई में जन्मे और बुकर पुरस्कार से सम्मानित रुश्दी (75) पश्चिमी न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा संस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान अपना व्याख्यान शुरू करने वाले ही थे कि तभी आरोपी मंच पर चढ़ा और रुश्दी को घूंसे मारे और चाकू से हमला कर दिया। इस बीच, चौटाउक्वा काउंटी के कार्यकारी पॉल वेंडेल ने एक बयान में कहा कि वह सभी स्थानीय निवासियों की तरफ से रुश्दी के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।