तेहरान : ईरान में विदेश मंत्री के सलाहकार की कोरोना वायरस से मौत हो गई है। उन्होंने 1979 के अमेरिकी दूतावास बंधक संकट में भी हिस्सा लिया था। यह जानकारी सरकारी संवाद समिति इरना ने दी है। इरना ने बताया कि 'वरिष्ठ और क्रांतिकारी राजनयिक' हुसैन शेखोलेसलाम की गुरुवार को मौत हो गई। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए ईरान जूझ रहा है, जहां अभी तक 3,515 लोग इस विषाणु से प्रभावित हुए हैं और कम से कम 107 लोगों की मौत हो गई है।
कोरोना वायरस से मरने वालों में छह नेता या सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं। शेखोलेसलाम विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ के सलाहकार थे। सीरिया में राजदूत रह चुके शेखोलेसलाम 1981 से 1997 तक उप विदेश मंत्री भी रहे। शेखोसलाम उन छात्रों में शामिल थे जो 1979 के ईरान बंधक संकट में शामिल रहे थे। उस वर्ष ईरान के छात्रों ने तेहरान में अमेरिकी दूतावास में धावा बोल दिया था और 52 अमेरिकियों को बंधक बना लिया था। इसके बाद वॉशिंगटन ने 1980 में ईरान से राजनयिक रिश्ते खत्म कर लिए थे। बंधकों को 444 दिनों के बाद जनवरी 1981 में मुक्त कराया गया था।
इरना संवाद समिति के मुताबिक तेहरान के सांसद फातेमेह रहबर संक्रमित होने के बाद वर्तमान में कोमा में हैं। ईरान ने कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए स्कूलों और विश्वविद्यालयों को बंद कर दिया है, बड़े सांस्कृतिक आयोजनों और खेल गतिविधियों को रोक दिया है। देश के सभी 31 प्रांतों में यह विषाणु फैल गया है।