वाशिंगटन : सीरिया सहित दुनियाभर में विगत लगभग 5 वर्षों में आतंक का पर्याय बन चुका इस्लामिक स्टेट (IS) का सरगना अबु बकर अल-बगदादी मारा जा चुका है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब से बगदादी के मारे जाने की घोषणा की, तभी से सवाल उठ रहे थे कि आखिर अमेरिकी सेना ने उसके शव के साथ क्या किया? इस पर अमेरिका की तरफ से अब बयान आया है, जिसमें कहा गया है कि उसके 'शव का निपटारा सशस्त्र संघर्ष कानून के अनुरूप किया गया।' वहीं एक अन्य अधिकारी ने यह भी कहा कि बगदादी के शव का अवशेष अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन की तरह समुद्र में दफन कर दिया गया।
लादेन को अमेरिका ने 2 मई, 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में मार गिराया था। अमेरिकी सेना की इस कार्रवाई की भनक पाकिस्तान को भी नहीं लगी थी, जब तक कि इसका औपचारिक ऐलान नहीं किया गया। अमेरिका ने लादेन के शव के डीएनए परीक्षण के बाद उसे समुद्र में दफन कर दिया था। इसे काले रंग के बैग में रखकर समुद्र में डुबाया गया था और उसमें लगभग 136 किलोग्राम वजनी लोहे की जंजीरें भी रखी गई थीं, ताकि वह समुद्र में बिल्कुल नीचे चला जाए। ऐसा इसलिए किया गया था, ताकि जमीन पर दफनाए जाने की स्थिति में आतंकी कभी उसकी कब्र को स्मारक में तब्दील न कर सकें और वह आतंकियों की नजर में मसीहा न बन सके। अब यही प्रक्रिया बगदादी के शवों के अवशेष के साथ भी अपनाई गई है।
इस बारे में उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रमुख जनरल मार्क मिले ने हालांकि संवाददाताओं से इतना ही कहा कि बगदादी के शव को फॉरेंसिक डीएनए जांच के लिए एक सुरक्षित केन्द्र ले जाया गया, ताकि उसकी पहचान सुनिश्चित की जा सके और फिर बाद में उसके शव के अवशेषों का निपटारा किया गया।