नेपाल में रह रहे 'भारत के दुश्मन' लाल मोहम्मद को अज्ञात हमलावरों ने दौड़ा-दौड़ा कर मार दिया है। लाल मोहम्मद आईएसआई का एजेंट था और भारत में वो दाऊद गैंग के लिए भी काम करता था। लाल मोहम्मद अकेले भारत के खिलाफ इतना काम करता था कि उसकी मौत से भारत को काफी फायदा होगा।
दौड़ा-दौड़ा कर मारा
लाल मोहम्मद उर्फ मोहम्मद दर्जी नेपाल में ही रहता था। 19 सितंबर को लाल मोहम्मद जैसे ही अपने घर पहुंचा, वहां घात लगाए हमलावरों से उसपर गोलियों की बौछार कर दी। लाल मोहम्मद भागा लेकिन सफल नहीं हुआ, हमलावरों से उसे दौड़ा-दौड़ा कर गोलियों से छलनी कर दिया।
बेटी कूद गई छत से
लाल मोहम्मद पर जब गोलियों की बौछार हो रही थी, जब उसकी बेटी घर पर ही थी, पिता पर हमले की भनक लगते ही वो लाल मोहम्मद को बचाने के लिए छत से कूद गई, लेकिन असफल रही, जबतक वो पहुंची, लाल मोहम्मद मारा जा चुका था।
शख्स एक कारनामे अनेक
लाल मोहम्मद भारत के खिलाफ कई कार्यों में लिप्त था। आईएसआई के लिए जहां वो लॉन्च पैड के रूप में काम करता था, वहीं डी गैंग के लिए उसके ऑपरेशन को अंजाम देने में मदद करता था। साथ ही भारत में जो नकली नोट नेपाल के रास्ते सप्लाई किए जाते हैं, उसका भी मुख्य सरगना लाल मोहम्मद ही था। मतलब जितना भी काम करता वो सब भारत के खिलाफ ही था।
हो रखी थी सजा
लाल मोहम्मद को नेपाल में एक हत्या के लिए सजा भी हो रखी थी। हाल ही में जेल से छूट कर आया था। उसने हत्या भी एक नकली नोटों के सौदागर की ही की थी। उसी की हत्या मामले में डी कंपनी के शार्प शूटर मुन्ना खान के साथ 10 साल की सजा हुई थी।