वाशिंगटन : भारत-चीन में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस पर टिप्पणी की है और कहा कि दोनों ओर से सीमा पर बेहद खराब हालात बन गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर दोनों देश तैयार हों तो वह इस मामले में मदद के लिए तैयार हैं और वह भारत तथा चीन दोनों देशों से संपर्क में हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की और उन्हें अपना मित्र बताया।
भारत-चीन को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जबकि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। सीमा पर तनाव दूर करने के लिए दोनों देशों के बीच कई दौर की कूटनीतिक व सैन्य वार्ता हो चुकी है, लेकिन अब तक इसका कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया है। इस बीच मास्को में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चीनी समकक्ष वेई फेंगही से दो घंटे से भी अधिक समयत तक बातचीत हुई, जहां दोनों नेता शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे हुए हैं। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच दो घंटे से भी अधिक समय तक बैठक हुई, जिसमें पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव को कम करने पर ध्यान केन्द्रित किया गया।
भारत-चीन के बीच तनाव को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति की यह टिप्पणी व्हाइट हाउस में एक न्यूज ब्रीफिंग के दौरान आई, जब उनसे पूछा गया कि तनाव को दूर करने के लिए अमेरिका क्या कर सकता है। यहां उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति इससे पहले भारत और चीन के बीच मध्यस्थता की पेशकश कर चुके हैं, जब चीन ने इससे साफ इनकार करते हुए कहा था कि इसमें किसी तीसरे पक्ष के दखल की आवश्यकता नहीं है। वहीं भारत ने भी कहा था कि उसकी चीन से बातचीत हो रही है।
ब्रीफिंग के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को अपना मित्र बताया और उम्मीद जताई कि नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें भारतीय-अमेरिकी मतदाताओं का समर्थन मिलेगा। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, 'पीएम मोदी मेरे मित्र हैं और वह अच्छा काम कर रहे हैं। हमें भारत और पीएम मोदी से बड़ा समर्थन हासिल है। मुझे लगता है कि भारतीय लोग ट्रंप के लिए वोट करेंगे। कोरोना महामारी से ठीक पहले मैं भारत गया था... वहां के लोग अद्भुत हैं... आपको बड़ा नेता मिला है। वह बड़ी शख्सियत हैं।'
राष्ट्रपति ट्रंप ने इस दौरान कोरोना वायरस को लेकर चीन पर एक बार फिर निशाना साधा और कहा कि उसने दुनिया के 188 देशों को मुसीबत में झोंक दिया। उन्होंने कहा, इस समय चीन वह राष्ट्र है जिसके बारे में आपको रूस से बहुत अधिक बात करनी चाहिए, क्योंकि चीन जो काम कर रहा है वह कहीं ज्यादा खराब है। चीनी वायरस के साथ क्या हुआ। देखिये उन्होंने दुनियाभर के 188 देशों में क्या किया है।