वाशिंगटन : ह्वाइट हाउस में कदम रखते ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। बुधवार शपथ ग्रहण करने के बाद बाइडन ह्वाइट हाउस में अपने ओवल ऑफिस पहुंचे और जलवायु परिवर्तन, कोरोना संकट, मेक्सिको की दीवार पर ट्रंप प्रशासन के फैसलों को पलट दिया। यही नहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ने पहले दिन 17 एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर भी किए। इन आदेशों पर दस्तखत करने के बाद बाइडन ने स्टेट डाइनिंग रूम में ऑनलाइन कार्यक्रम के जरिए करीब 1000 फेडरल कर्मियों को शपथ दिलाई।
ट्रंप सरकार के फैसलों पर लगाई रोक
बाइडन ने ट्रंप के जिन फैसलों पर रोक लगाई हैं उनमें कोरोना संकट, जलवायु परिवर्तन, प्रवासी (आव्रजन), आर्थिक व्यवस्था की नीतियां प्रमुख रूप से हैं। आने वाले समय में बाइडन ट्रंप सरकार के और आदेशों को पलट सकते हैं। अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति ने जेफ्रे डी जेंटस को कोविड-19 रिस्पांस टीम का संयोजक बनाया है। जेंटस सीधे उन्हें रिपोर्ट करेंगे। इस आदेश में ग्लोबल हेल्थ सेक्युरिटी एवं बॉयोडिफेंस पर डायरेक्टरेट को बहाल किया गया है। इस समूह को ट्रंप ने समाप्त कर दिया था। इसके अलावा बाइडन फेडरल कर्मचारियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य करना चाहते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति चाहते हैं कि सभी नागरिक 100 दिन तक मास्क पहनने को एक चुनौती की तरह लें। ट्रंप के समय में मास्क पहनने को लेकर कोई नीति नहीं थी।
मेक्सिको दीवार की फंडिंग रोकी
बाइडन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ अमेरिका के संबंधों को बहाल किया है। ट्रंप ने इस वैश्विक संस्था को अनुदान देने से मना किया था और अपने संबंधों पर रोक लगा दी थी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने के ट्रंप के फैसले और उसकी फंडिंग रोकी है। बाइडन का कहना है कि जलवायु परिवर्तन समझौते पर अमेरिका अपने पहले के रुख और स्थिति पर कायम रहेगा। ट्रंप ने क्लाइमेंट चेंज पर अमेरिकी जिम्मेदारियों को निभाने से मना कर दिया था। बाइडन ने कहा था कि राष्ट्रपति बनने के बाद वह पहले दिन से क्लाइमेंट चेंज समझौते को बहाल करेंगे।
कई एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पारित करेंगे बाइडन
बिडेन ने कहा, 'जैसा कि हमने संकेत दिया है, हम आने वाले दिनों में कई एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पारित करेंगे। इसकी शुरुआत मैं आज कर रहा हूं। हम आज जो आर्डर पारित कर रहे हैं उससे आर्थिक संकट के साथ-साथ कोविड-19 समस्या, जलवायु परिवर्तन संकट और अन्य समस्याओं का समाधान हो सकेगा।' बाइडन ने कहा कि उनके द्वारा नियुक्त कोई कर्मचारी यदि 'असम्मान' प्रकट करेगा तो वह उसे तुरंत नौकरी से निकाल देंगे। उन्होंने कहा कि यह सोच डोनाल्ड ट्रंप के शासनकाल में देखने को नहीं मिली।