इस्लामाबाद: पाकिस्तानी पत्रकार इफ्तिखार अहमद खान की शनिवार रात खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के चारसद्दा में अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक खान पिछले 17 सालों से एक्सप्रेस मीडिया समूह से जुड़े थे और एक्सप्रेस न्यूज टीवी चैनल और उर्दू भाषा के अखबार डेली एक्सप्रेस के लिए काम करते थे। उनके भाई द्वारा दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि खान की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी।
चश्मदीदों ने कहा है कि अज्ञात हमलावरों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब खान शाम की नमाज अदा करने के बाद मस्जिद से निकल रहे थे।डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक वह अपने पीछे दो पत्नियों के अलावा चार बेटे और चार बेटियां छोड़ गए हैं। खान को रविवार को चारसद्दा जिले के शबकादर कस्बे में दफनाया गया। उनकी हत्या के विरोध में कई पत्रकारों ने विरोध रैली निकाली। रैली के दौरान उनके साथियों ने कहा कि वह एक बहादुर और जिम्मेदार पत्रकार थे, जिन्होंने स्थानीय मुद्दों को सामने लाने की पूरी कोशिश की। प्रदर्शनकारियों ने दो दिनों के भीतर उसके हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की और उसके परिवार के लिए मुआवजे की मांग की।
अफगानिस्तान में टीवी पत्रकार की हत्या, अज्ञात हमलावरों ने मारी गोली
डॉन ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पुलिस ने कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है और जिला पुलिस अधिकारी सुहैल खालिद ने हत्या की घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच समिति का गठन किया है। खालिद ने कहा, 'हम इफ्तिखार खान के परिवार को विश्वास दिलाते हैं कि हत्यारों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।' खान की हत्या के विरोध में कई पत्रकारों द्वारा बन्नू शहर में प्रेस क्लब की इमारत के बाहर एक प्रदर्शन किया गया था।
पाकिस्तान को दुनिया में पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक जगहों में से एक माना जाता है। प्रेस क्लब के अध्यक्ष मोहम्मद आलम खान ने सरकार से खान के हत्यारों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने को कहा। एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, खैबर यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (खुज) ने इफ्तिखार अहमद की हत्या पर शोक व्यक्त किया और कामकाजी पत्रकारों के लिए सुरक्षा की मांग की। इसी तरह की घटना में अप्रैल में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुई थी जहां एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।