नवाज शरीफ की बेटी मरियम गिरफ्तार, भ्रष्टाचार केस में एनएबी ने किया अरेस्ट

दुनिया
Updated Aug 08, 2019 | 17:11 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

एनएबी ने मामले में मरयम को लिखित में कुछ सवाल सौंपे थे जिनका जवाब उन्हें शाम तीन बजे तक देना था। इसी दौरान एनएबी के अधिकारी कोट लखपत जेल पहुंचे और उन्हें हिरासत में ले लिया

 Maryam Nawaz arrested by NAB in Chaudhry Sugar Mills case
भ्रष्टाचार केस में मरयम नवाज की हुई गिरफ्तारी।  |  तस्वीर साभार: Facebook
मुख्य बातें
  • भ्रष्टाचार केस में राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने की मरयम नवाज की गिरफ्तारी
  • लाहौर स्थित कोट लखपत जेल में नवाज शरीफ से मिलने पहुंची थीं मरयम
  • पीएमएल-एन ने इस राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया। मरियम की यह गिरफ्तारी उस समय हुई जब वह अपने पिता शरीफ से मिलने से लाहौर स्थित कोट लखपत जेल पहुंची थीं। मरियम को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया है। नवाज शरीफ के जेल जाने के बाद मरियम पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष हैं। मरियम और उनके परिवार के अन्य सदस्य भ्रष्टाचार के आरोप का सामना कर रहे हैं। चौधरी सुगर मिल्स लिमिटेड के मालिकाना हक मामले में राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) मरियम और उनके चाचा शाहबाज शरीफ, चेचरे भाई हमजा शाहबाज, यूसुफ अब्बास और अन्य के खिलाफ जांच कर रहा है। 

एनएबी ने मामले में मरियम को लिखित में कुछ सवाल सौंपे थे जिनका जवाब उन्हें शाम तीन बजे तक देना था। इसी दौरान एनएबी के अधिकारी कोट लखपत जेल पहुंचे और उन्हें हिरासत में ले लिया। एक न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक एनएबी ने अपनी जांच में पाया है कि चौधरी सुगर मिल्स के मालिकों और शरीफ परिवार के बीच करोड़ों रुपए का लेन-देन हुआ और इसका लाभ पाने वालों की अंतिम कड़ी मरियम नवाज तक पहुंचती है। 

एनएबी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि चौधरी सुगर मिल्स केस में मरियम और उनके चचेरे भाई यूसुफ अब्बास को गिरफ्तार किया गया है। मरियम और अब्बास को शुक्रवार को लाहौर में कोर्ट में पेश किया जाएगा जहां से उनकी रिमांड मांगी जाएगी। एनएबी मरियम और अब्बास की चिकित्सा जांच भी कराएगी। वहीं, पीएमएल-एन ने एनएबी की इस कदम को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है। पीएमएलएन ने अपने बयान में कहा, 'एनएबी ने मरियम को शाम तीन बजे अपने समक्ष पेश होने के लिए कहा था लेकिन उसके पहले दिन के दो बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। यह राजनीतिक बदले की कार्रवाई है।'

भष्टाचार से जुड़े इस मामले में जुलाई 2018 में मरियम को सात साल की सजा सुनाई गई हालांकि इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने उनकी यह सजा खारिज कर दी। बता दें कि अल-अजिजिया केस में नवाज शरीफ सात साल की सजा हुई है। पिछले महीने मरियम ने आरोप लगाया कि जिस न्यायाधीश ने उनके पिता को सजा सुनाई उस पर 'दबाव' डाला गया था। उन्होंने अपने आरोप की पुष्टि करने के लिए एक वीडियो जारी किया। इस वीडियो में न्यायाधीश ने कथित रूप से स्वीकार किया कि नवाज शरीफ को दोषी करार देने के लिए उन पर दबाव बनाया गया।

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