वाशिंगटन: जो बाइडन ने अमेरिका के नए राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ले ली है लेकिन उनके शपथ लेने से पहले व्हाइट हाउस में कुछ ऐसा हुआ जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है। दरअसल अपने कार्यकाल के समापन पर व्हाइट हाउस से विदा हुए डोनाल्ड ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप के साथ फ्लोरिडा पहुंचे। ट्रंप के साथ विमान में उनके परिवार के लोग भी थे। उन्होंने कुछ देर विमान के कर्मचारियों से भी बातचीत की। लेकिन इस बीच एक ऐसी असमान्य घटना घटी जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है।
20 जनवरी को जब ट्रंप और मेलानिया को व्हाइट हाउस छोड़ना पड़ा तो नियमानुसार वहां से विदा होते समय फर्स्ट लेडी वहां मौजूद अपने स्टॉफ के प्रति आभार जताते हुए खुद से एक थैंक्यू नोट लिखती हैं। इस नोट में उस स्टाफ के प्रति आभार जताया जाता है जिन्होंने इस चार साल के दौरान ट्रंप के पूरे परिवार का खयाल रखा। लेकिन मेलानिया ट्रम्प ने व्हाइट हाउस छोड़ने के दौरान स्टाफ को अपने स्वयं के 'धन्यवाद' नोट्स नोट्स से भी किसी और से लिखवाया और उस पर केवल अपने साइन कर दिए।
व्हाइट हाउस में करीब 80 लोगों का स्टाफ काम करता है जिसे ये टाइप लिखित नोट प्राप्त हुआ है। ऐसी धारणा रही है कि फर्स्ट लेडी पत्र को खुद अपने हाथों से लिखती है, लेकिन मेलानिया ने ऐसा करने की निचले स्तर के ईस्ट विंग के कर्मचारियों को "उसकी आवाज़ में" लिखने के साथ काम सौंपा, और बाद में केवल अपने हस्ताक्षर कर किए।
सीएएन की खबर के मुताबिक मेलानिया ट्रम्प हालिया घटनाओं के लेकर मेलानिया ने चुप्पी साधी थी। लेकिन व्हाइट हाउस से निकलने या वॉशिंगटन छोड़ने को लेकर उनके मन में किसी तरह का दुख नहीं था वह बस अपने घर लौटना चाहती थी।
सीएनएन के साथ "थैंक्यू" नोट्स पर चर्चा करने वाले एक विशेषज्ञ ने कहा कि फर्स्ट लेडी द्वारा ऐसा करना हमेशा से एक प्रथा रही है और कई बार राष्ट्रपति भी अपने स्टॉफ के प्रति कृतज्ञता जताने के लिए एक पत्र लिख जाते हैं।
व्हाइट हाउस में जो स्टॉफ प्रशासनिक कामों के अलावा रहता है उनमें बटलर, रसोइया, हाउसकीपर, माली और रखरखाव करने वाले कर्मचारी शामिल रहते हैं और ये सभी कई एक दशक या उससे अधिक समय से व्हाइट हाउस में काम कर रहे हैं।