US Polls 2020: अमेरिकी सियासत में बढ़ा भारतीयों का दबदबा, पहली बार इतनी बड़ी संख्या में चुने गए भारतीय 

अमेरिका में राज्य स्तरीय चुनावों के अलावा भारतीय मूल के चार नागरिक डॉक्टर एमी बेरा, प्रमिला जयपाल, रो खन्ना और राजा कृष्णमूर्ति हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के लिए चुने गए हैं।

More than a dozen Indian Americans win state-level elections in US
अमेरिकी सियासत में भारतीयों का दबदबा, पहली बार इतनी बड़ी संख्या में चुने गए भारतीय। (तस्वीर-TOI) 
मुख्य बातें
  • अमेरिका में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में चुने गए भारतीय मूल के उम्मीदवार
  • राज्य स्तरीय चुनाव में एक दर्जन से ज्यादा भारतीय मूल के लोगों ने दर्ज की जीत
  • कई मामलों में खास है भारतीय समुदाय से इतनी बड़ी संख्या में लोगों का चुना जाना

वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का नतीजा चाहे भले कुछ हो लेकिन भारतीयों के लिए खुश होने वाली खबर आ गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इस बार भारतीय मूल के नागरिकों ने बड़ी संख्या में जीत दर्ज की है। राज्य स्तर के चुनावों में भारतीय मूल के एक दर्जन से ज्यादा उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। खास बात यह है कि इसमें पांच महिलाएं शामिल हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इतनी बड़ी संख्या में भारतीय समाज से लोगों का चुना जाना कई मामलों में खास है। इन राज्य स्तरीय चुनावों के अलावा भारतीय मूल के चार नागरिक डॉक्टर एमी बेरा, प्रमिला जयपाल, रो खन्ना और राजा कृष्णमूर्ति हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के लिए चुने गए हैं।

हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में बढ़ा दबदबा
इनके अलावा अन्य समुदायों से कम से कम तीन लोग ऐसे हैं जो जीत दर्ज कर सकते हैं। इनमें से एक उम्मीदवार हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की दौड़ में हैं। राज्यों के चुनाव में जीत दर्ज करने वाली पांच महिलाओं में शामिल जेनिफर राजकुमार न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के लिए चुनी गई हैं जबकि नीमा कुलकर्मई केंटुकी स्टेट हाउस, केशा राम वरमॉन्ट स्टेट सीनेट, वंदना स्लैटर वाशिंगटन स्टेट हाउस और पद्मा कुप्पा मिशिगन स्टेट हाउस के लिए चुनी गई हैं। अमेरिकी चुनाव में भारतीय मूल के नागिरकों का इतनी बड़ी संख्या में चुनकर आना वहां की सियासत में उनके बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है। 

अमेरिका में करीब 40 लाख भारतीय मूल के लोग
अमेरिका में भारतीय मूल के करीब 40 लाख लोग रहते हैं और इनमें करीब 25 लाख मतदाता है। ये भारतीय मतदाता अलग-अलग राज्यों में रहते हैं। राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन एवं डेमोक्रेट उम्मीदवारों के बीच जहां करीबी मुकाबला होता है वहां पर इनके वोट काफी निर्णायक साबित होते हैं। इसे देखते हुए राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों की नजर भारतीय मतदाताओं पर रहती है। बताया जाता है कि 13 लाख से ज्यादा भारतीय अमेरिकी नागरिक टेक्सास, मिशिगन, फ्लोरिडा और पेंसिलवेनिया जैसे राज्यों में रहते हैं।

चुनाव नतीजे पर विवाद
अमेरिकी राष्टपति चुनाव काउंटिंग के अपने निर्णायक दौर में पहुंच गया है। डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बिडेन बहुमत के आंकड़े 270 के करीब पहुंच गए हैं। काउंटिंग के ट्रेंड के आधार पर बिडेन को अमेरिका का अगला राष्ट्रपति बनना तय माना जा रहा है। हालांकि, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह इस चुनाव को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। समझा जाता है कि ट्रंप के इस रुख के बाद चुनाव नतीजे पर विवाद बढ़ सकता है।

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