सियोल : उत्तर कोरिया ने अपने यहां स्कूलों के लिए नया फरमान जारी किया है। यह फरमान उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोन्ग उन की बहन किम यो जॉन्ग की ओर से जारी किया गया है। इस फरमान के मुताबिक प्री-स्कूल के बच्चों को रोजाना किम जॉन्ग उन के बारे में 90 मिनट पढ़ना होगा। बता दें कि उत्तर कोरिया के शासक किम जॉन्ग उन समय-समय पर अपने नागरिकों के लिए अजीबो-गरीब फरमान जारी करते रहे हैं।
'ग्रेटनेस एजुकेशन' के रूप में करिकुलम में हुआ शामिल
सियोल स्थित 'डेली एनके' ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस नए फरमान को 'ग्रेटनेस एजुकेशन' के रूप में करिकुलम में गत 25 अगस्त को शामिल किया गया। इसका उद्देश्य 'उत्तर कोरिया के शासक के प्रति पूरी निष्ठा एवं विश्वास पैदा करना है।' इसके पहले के आदेश में स्कूल बच्चों को किम जॉन्ग उन के बारे में केवल 30 मिनट पढ़ने का निर्देश था।
किम जॉन्ग उन को प्रतिभाली बच्चा बताया गया
इस नए करिकुलम में कथित रूप से प्री स्कूल के बच्चों के लिए पढ़ने के लिए जो सामग्री पेश की जा रही है। उसमें कहा गया है कि 'किम जॉन्ग उन जब पांच साल के थे तो वह काफी प्रतिभावान थे। वह नौकायन करते थे और उन्हें पढ़ाई करना पसंद था।' दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी का कहना है कि किम यो जोंग उत्तर कोरिया की दूसरी बड़ी शख्सियत बन गई हैं।
उत्तर कोरिया में हैं अजीबो-गरीब कानून
उत्तर कोरिया अपने अजीबो गरीब नियम कायदे के लिए भी जाना जाता है। बताया जाता है कि यहां विदेशी संगीत सुनना एवं फिल्म देखना अपराध माना जाता है। यहां तक कि लोग दूसरे देशों में फोन कॉल भी नहीं कर सकते। किम जॉन्ग उन के भाषण के समय यदि कोई सो गया तो उसे भी कड़ी सजा दी जाती है। किम के एक समारोह के दौरान रक्षा मंत्री के सो जाने पर उन्हें मार दिया गया।