बराक ओबामा को आ गया था गुस्सा और तोड़ दी थी दोस्त की नाक, खुद बताया किस्सा  

Barack Obama : नस्लवाद पर एक विस्तृत चर्चा के दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, 'सुनिए, जब मैं स्कूल में पढ़ाई कर रहा था तो मेरा एक दोस्त था। हम एक साथ बॉस्केटबॉल खेला करते थे।

 Once broke a schoolmate's nose for using a racial slur, reveals Obama
बराक ओबामा को आ गया था गुस्सा और तोड़ दी थी दोस्त की नाक।  |  तस्वीर साभार: AP

वाशिंगटन : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बताया है कि स्कूल के दिनों में अपने दोस्त की एक बार उन्हें गुस्सा आ गया था और उन्होंने उसकी नाक तोड़ दी थी।  ओबामा ने मंगलवार को कहा कि स्कूल के दिनों में लॉकर रूम फाइट के दौरान उनके एक दोस्त ने उनके ऊपर नस्लीय टिप्पणी की जिस पर उन्हें गुस्सा आ गया और उन्होंने अपने साथी की नाक तोड़ दी।  'द हिल' के मुताबिक ब्रूस स्प्रिंगस्टीन के साथ अपने स्पॉटिफॉय पोडकॉस्ट के एपिसोड में ओबामा ने इस राज से परदा उठाया।

स्कूल में पढ़ाई के दौरान हुई घटना
नस्लवाद पर एक विस्तृत चर्चा के दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, 'सुनिए, जब मैं स्कूल में पढ़ाई कर रहा था तो मेरा एक दोस्त था। हम एक साथ बॉस्केटबॉल खेला करते थे। एक बार उसने मुझे सी..., कहा। इस पर मुझे गुस्सा आ गया इसे लेकर हम दोनों में मारपीट शुरू हो गई। नस्लीय बातें में से यह एक घटना था। उस समय मेरे दोस्त को शायद यह बात नहीं पता होगी कि सी...का मतलब क्या होता है। वह केवल इतना जानता था कि इस शब्द से वह मुझे भावनात्मक रूप से आहत कर सकता था।'

'मैंने दोस्त के चेहरे पर प्रहार किया'
अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति ने हंसते हुए कहा, 'मुझे याद है कि मैंने उसके चेहरे पर प्रहार किया और उसकी नाक तोड़ दी। इस घटना के समय हम लोग लॉकर रूम में थे। मैंने उससे कहा कि इस तरह की बात मुझसे दोबारा मत करना।' समझा जाता है कि ओबामा ने सार्वजनिक रूप से अपने साथ हुई इस घटना का जिक्र पहली बार किया है। उन्होंने कहा कि नस्लीय टिप्पणी के जरिए आप दूसरे पर अपना धौंस जमाना चाहते हैं। 

नस्लीय टिप्पणियों से अपमानित किया जाता है-ओबामा
उन्होंने आगे कहा, 'मैं गरीब हो सकता हूं। मैं अज्ञानी हो सकता हूं। मैं खराब व्यवहार वाला व्यक्ति और बदसूरत हो सकता हूं। हो सकता है कि मैं खुद को पसंद न करूं। मैं दुखी हो सकता हूं। लेकिन आपको पता हैं कि मैं क्या नहीं हूं? नस्लीय टिप्पणियों से लोगों को अपमानित किया जाता है।'

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