नई दिल्ली: भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान अपने देश के हालात संभाल नहीं पा रहा है और भारत के अभिन्न अंग कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने में जुटा रहता है वहीं सीमा पर भी अक्सर संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं करता रहता है, हाल ही में भारत और चीन के बीच लद्दाख में LAC पर जो हिंसक झड़प हुई उसके बाद से पाकिस्तान की हालत खराब लग रही है, ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के स्वास्थ्य मंत्री को अस्पताल के बेड रिजर्व करने को लेकर लेटर लिखा है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने POK के स्वास्थ्य मंत्री को एक पत्र लिखा है इस पत्र का मजमून ये है कि उसमें लिखा है कि वहां के हॉस्पिटल्स में सैनिकों के लिए 50 प्रतिशत बेड आरक्षित रखने की बात कही गई है।
पीओके (PoK) के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर मुहम्मद नजीब नकी खान ने भी इस बात की तस्दीक की है और कहा है कि इस वाबत एक पत्र मिला है, इसमें उन्होंने लिखा था, "कृपया सुनिश्चित करें कि आजाद जम्मू और कश्मीर के सभी अस्पतालों में हर समय 50 फीसदी बिस्तरों को सैनिकों के लिए आरक्षित (Reserve) रखा जाए साथ ही आपातकालीन स्थिति (Emergency Situations) के लिए ब्लड बैंकों में ब्लड का भी पर्याप्त स्टॉक बनाए रखा जाए।
पत्र की भाषा के आधार पर कहा जा रहा है कि कहीं ना कहीं पाकिस्तान के मन में खौफ है कि भारत कहीं उसपर कोई कार्रवाई ना कर दे, पाकिस्तान ने ये कदम ऐसे हालत के बीच उठाया है जब LAC पर भारत और चीन के बीच तनाव जोरों पर है, वहीं नियंत्रण रेखा के साथ संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं भी खासी हो रही हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान जानता है कि भारत उसकी किसी भी कार्रवाई का मुंहतोड़ जबाव देने में सक्षम है।
2019 बालाकोट हवाई हमला इस बात की तस्दीक करता है जब 26 फरवरी 2019 को, भारतीय वायु सेना के 12 मिराज 2000 जेट्स ने नियंत्रण रेखा पार की और बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद संचालित आतंकवादी शिविर पर हमला किया था और इस ऑपरेशन के दौरान तमाम आतंकवादी मारे गए थे।