सोने की खदान को लेकर भारी पड़ा ये फैसला, पाकिस्तान को लगा 6 अरब डॉलर का झटका, संपत्तियां होंगी जब्त

दुनिया
Updated Jan 19, 2021 | 18:19 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

पाकिस्तान के बलूचिस्‍तान में स्थित रेको दिक सोने की खदान को लेकर पाकिस्तान ने 2011 में एक ऐसा फैसला किया, जो उस पर काफी भारी पड़ गया है। उसकी अमेर‍िका और फ्रांस में संपत्तियों के जब्त होने का खतरा मंडरा रहा है।

Reko Diq mine
रेको दीक खदान  
मुख्य बातें
  • पाकिस्‍तान की अमेर‍िका और फ्रांस में स्थित संपत्ति नीलाम हो सकती है
  • पाकिस्तान ने 28 साल पहले रेको दिक खदान को लेकर समझौता किया था
  • 2011 में इस समझौता को पाकिस्तान ने रद्द कर दिया, 6 अरब डॉलर का जुर्माना लगा

नई दिल्ली: पाकिस्तान की अमेरिका और फ्रांस स्थित रियल एस्टेट की संपत्तियों के जब्त होने का खतरा है क्योंकि यूनाइटेड किंगडम की अदालत ने एक मध्यस्थ न्यायाधिकरण के फैसले को लागू करने के लिए कदम उठाया है। इस फैसले में विदेशी कंपनियों के साथ 28 साल पुराने सोने की खोज करने के अनुबंध को वापस लेने के लिए 5.9 यूएस बिलियन डॉलर (करीब 6 अरब डॉलर) का जुर्माना लगाया था।

इस महीने ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स की एक अदालत ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस इन्वेस्टमेंट लिमिटेड (PIAIL) के स्वामित्व वाली संपत्तियों की कुर्की प्रक्रिया के तहत न्यूयॉर्क के रूजवेल्ट होटल और पेरिस के स्क्राइव होटल की कीमत का आकलन करने का आदेश दिया है। पीआईएआईएल एक सरकारी कंपनी है जो आधिकारिक तौर पर ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में पंजीकृत है।

1993 में हुआ था अनुबंध

जुलाई 2019 में विश्व बैंक द्वारा संचालित मध्यस्थता न्यायाधिकरण के इंटरनेशनल सेंटर फॉर सेटलमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट विवाद (ICSID) ने 2011 में पाकिस्तान द्वारा Tethyan Copper Company (TCC) के गोल्ड-कम-खनिज अन्वेषण लाइसेंस को रद्द करने के लिए 5.9 बिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया था। टीसीसी ऑस्ट्रेलिया के बैरिक गोल्ड कॉर्पोरेशन और चिली के एंटोफगास्टा पीएलसी का संयुक्त उद्यम था। टीसीसी ने चागई हिल्स एक्सप्लोरेशन ज्वाइंट वेंचर एग्रीमेंट की समय से पहले समाप्ति के लिए 8.5 बिलियन डॉलर का हर्जाना मांगा था। ये अनुबंध मूल रूप से पाकिस्तान की बलूचिस्तान प्रांतीय सरकार और ऑस्ट्रेलियाई खनन कंपनी ब्रोकन हिल प्रॉपर्टी (बीएचपी) के बीच 1993 में रेको दिक खदान के अधिकारों के लिए हुआ था। बाद में BHP ने अपनी हिस्सेदारी TCC को बेच दी।

दुनिया की 5वीं बड़ी सोने की खान

सोने और तांबे के भंडार के लिए जाना जानी वाली रेको दीक खदान दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी सोने की खदान है। उत्तर-पश्चिमी बलूचिस्तान में चगाई के एक छोटे से रेगिस्तानी इलाके में स्थित यह खदान ईरान और अफगानिस्तान की सीमा के करीब है। अनुमान है कि ये वार्षिक 200,000 टन तांबा और 250,000 औंस सोने का उत्पादन करती है। TCC के आकलन में अनुमान है कि खानों से वार्षिक लाभ 3.64 बिलियन डॉलर है, जिसमें 1.14 बिलियन डॉलर तांबे से और 2.5 बिलियन डॉलर सोने का है।

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