नई दिल्ली : चीन में तबाही मचाने वाला कोरोना वायरस अब दुनिया के अन्य मुल्कों में भी पैर पसार चुका है, जिससे पाकिस्तान भी अछूता नहीं है। पाकिस्तान में जिस तरह तेजी से कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं और स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी खस्ता हाल में हैं, उसे देखते हुए यहां गंभीर संकट पैदा होने के आसार जताए जा रहे हैं। यहां कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 237 हो गई है, जबकि एक मौत की खबर भी सामने आई है। इस बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने खुद को 5 दिनों तक पृथक रखने का फैसला किया है।
निगरानी में रहेंगे विदेश मंत्री
कुरैशी बुधवार को ही दो दिवसीय चीन दौरे से लौटे हैं, जहां कोरोना वायरस का सबसे पहला मामला दिसंबर 2019 के आखिर में ही सामने आया था। यहां इस घात वायरस से 3,226 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 80,881 लोग इससे संक्रमित हैं। हालात की गंभीरता को देखते हुए कुरैशी ने खुद को पांच दिनों तक पृथक रखने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान से निकलने से पहले और चीन पहुंचने पर भी उनका टेस्ट हुआ था और उसके बाद ही उन्हें किसी बैठक में हिस्सा लेने दिया गया। चीन से लौटने के बाद अब उन्होंने खुद को आइसोलेशन में रखने का फैसला किया है।
पाकिस्तान को मदद देगा चीन
जियो न्यूज के मुताबिक, कुरैशी ने कहा कि वह पांच दिनों तक घर में ही निगरानी में रहेंगे। इसके बाद वह अपना टेस्ट कराएं और रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही घर से बाहर निकलेंगे। उन्होंने विदेश यात्रा से लौटे लोगों को भी ऐसा ही करने की सलाह दी और कहा कि चीन ने इस घातक वायरस के संक्रमण से पैदा हो रहे हालात से मुकाबले के लिए पाकिस्तान को हरसंभव मदद मुहैया कराने का वादा किया है। साथ ही चीन की ओर से पाकिस्तान को टेस्टिंग किट और लैब बनवाने में भी मदद दिए जाने की बात कही गई है।
दुनिया से मांगी आर्थिक मदद
यहां उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित सिंध प्रांत है, जहां इस संक्रमण के 170 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को देशवासियों को संबोधित भी किया था, जिसमें उन्होंने लोगों से कहा कि घबराने की जरूरत नहीं हैं, बल्कि कुछ सावधानियां बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने घातक वायरस के संक्रमण से उपजे हालात से निपटने के लिए दुनिया के देशों से पाकिस्तान को आर्थिक मदद मुहैया कराने की बात भी कही।