जिस पाकिस्तान से थी अफगानिस्तान की दोस्ती, वो अब दुश्मनी में हो रही तब्दील; सीमा से लेकर क्रिकेट तक में भिड़ रहे दो मुस्लिम देश

दुनिया
शिशुपाल कुमार
शिशुपाल कुमार | Principal Correspondent
Updated Sep 08, 2022 | 22:48 IST

Pakistan-Afghanistan: जिस पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की तालिबानी सरकार को सबसे पहले समर्थन दिया था, उसके इस्लामिक कानूनों का समर्थन किया था, अब उसी तालिबान की सरकार और अफगानिस्तान के लोगों से पाक की दोस्ती खत्म होती दिख रही है।

Afghanistan Pakistan, Afghanistan cricket team
तालिबान सरकार में विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तक़ी  |  तस्वीर साभार: AP
मुख्य बातें
  • तालिबान सरकार को पाकिस्तान ने की थी मदद
  • एशिया कप में क्रिकेट मैच के दौरान भी हो गया था विवाद
  • फिल्ड पर क्रिकेटर तो बाहर प्रशंसक गए थे भिड़

Pakistan-Afghanistan: पाकिस्तान और अफगानिस्तान... दो पड़ोसी, इस्लामिक मुल्क और इस्लामी कानून पर दोनों की सोच लगभग एक समान, इतनी समानताएं होने के बाद भी अब दोनों देशों के बीच रिश्तों में खटास आने लगी है। सीमा को लेकर सरकार और क्रिकेट को लेकर देश के प्रशंसक एक दूसरे के खिलाफ खड़े दिख रहे हैं। दो दोस्त अब दुश्मन बन गए हैं।

पहले अमेरिका का साथ फिर तालिबान के साथ

दरअसल पाकिस्तान की अफगानिस्तान से दोस्ती उसके स्वार्थ को ही दर्शाती रही है। अफगानिस्तान से रूस के जाने बाद जब वहां तालिबानी सरकार बनी तो पाकिस्तान ने तुरंत समर्थन दे दिया, मान्यता दे दी। फिर जब 9/11 का हमला हुआ और अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला कर दिया तो पाकिस्तान अमेरिका के साथ हो गया। इसके बाद जब फिर से परिस्थितियां बदलीं तो पाकिस्तान को इस्लाम याद आ गया और तालिबान के सपोर्ट में खड़ा हो गया। दरअसल तालिबान के सहारे पाकिस्तान अपनी साख बनाना चाहता था ताकि वो विश्व पटल पर चमके, साथ ही भारत भी अफगानिस्तान से दूर हो जाए, जिससे हिन्दुस्तान को अरबों का नुकसान हो जाए, जो उसने वहां निवेश किया था।

गहरी दोस्ती

तालिबान की सरकार जब 2021 में सत्ता में आई तो पाकिस्तान के साथ जमकर दोस्ती हुई। पाकिस्तान, तालिबानी सरकार को मान्यता दिलाने के अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चिल्लाने लगा और तालिबान, पाकिस्तान का गुण गाने लगा, लेकिन यह दोस्ती ज्यादा दिनों तक चली नहीं और पहले आतंकी हमलों को लेकर दोनों देश उलझे, फिर सीमा के मुद्दे पर पाक के साथ झड़पें होने लगीं।

सीमा विवाद

पाकिस्तान ने यही सोचकर तालिबान को सपोर्ट किया था कि भविष्य में वो जैसा कहेगा वैसा तालिबान करेगा, लेकिन तालिबान तो तालिबान है, जिसने अमेरिका को भगा दिया, उसके लिए पाकिस्तान क्या चीज है? दरअसल पाकिस्तान चाहता है अफगानिस्तान डूरंड रेखा को सीमा मानें, जिसके लिए तालिबान तैयार नहीं है। कई बार पाकिस्तान ने वहां पर बाड़ लगाने की कोशिश की है, लेकिन तालिबानी सरकार और स्थानीय लोग उसे उखाड़ कर फेंक चुके हैं। 

आतंकी हमले

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP), जिसने अपनी जड़ें अफगानिस्तान और पाकिस्तान दोनों में जमा रखी है। वो अफगान सीमा से पाकिस्तान में दाखिल होता है, हमले करता है और फिर से अफगानिस्तान में भाग जाता है। उधर तालिबान, पाकिस्तान पर आरोप लगाते रहा है कि वो उन अमेरिकी ड्रोनों को रास्ता देता है, जो अफगानिस्तान में हमला करते हैं।

अब क्रिकेट में भिड़े

अफगानिस्तान, क्रिकेट के फिल्ड में काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। कई बार बड़ी टीमों को हरा चुका हैं या कड़ी टक्कर दे चुका है। ऐसे ही एक मुकाबले के दौरान अफगानिस्तान के प्लेयर पर पाकिस्तान के एक बैट्समैन ने आउट होने के बाद बैट उठा दिया। मैदान पर तो यह मामला किसी तरह रूका, लेकिन स्टेडियम में बैठे अफगानिस्तान के दर्शकों को यह बात बर्दाश्त नहीं हुई और उन्होंने मैच हारने के बाद पाकिस्तानी दर्शकों को दौड़ा-दौड़ा कर पीट दिया। 

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