नई दिल्ली : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी घड़ी बेचे जाने को लेकर निशाने पर आ गए हैं। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि विदेश यात्रा के दौरान उपहार स्वरूप मिली बेशकीमती घड़ी को उन्होंने बेच दिया है। इस घड़ी की कीमत 10 लाख अमेरिकी डॉलर बताई जा रही है। खाड़ी देश के एक प्रिंस ने उन्हें यह घड़ी उपहार स्वरूप भेंट की थी। आम तौर पर राष्ट्रध्यक्षों एवं संवैधानिक पदों पर नियुक्त लोगों के विदेश दौरे पर उन्हें गिफ्ट मिलते हैं। घड़ी बेचे जाने पर इमरान खान के खिलाफ लोगों में गुस्सा देखा जा रहा है।
'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के तोषखाना नियम के मुताबिक उपहार स्वरूप मिलीं सामग्रियां (गिफ्ट) सरकार की तब तक अमानत होती हैं जब तक कि उनकी खुली नीलामी न कर दी जाए। नियम अधिकारियों को अपने पास 10 हजार रुपए तक के गिफ्ट रखने की इजाजत देता है।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरियम नवाजा ने उर्दू में किए अपने ट्वीट में काह, 'इमरान खान ने अन्य देशों से मिले उपहारों को बेच दिया है। उन्होंने तोषखाना के उपहारों को लूट लिया है। यह तब है जब इमरान पाकिस्तान को मदीना बनाने की बात करते हैं। वह इतने अंसवेदनशील, बहरे, गूंगे और अंधे कैसे हो सकते हैं?'
वहीं, विपक्षी दलों के गठबंधन-पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान ने कहा कि इस तरह की रिपोर्टें हैं कि प्रधानमंत्री खान ने एक प्रिंस से मिली बेशकीमती घड़ी को बेच दिया है। खाड़ी देश के एक प्रिंस से मिली 10 लाख डॉलर की घड़ी बेचने की रिपोर्टों पर सोशल मीडिया में इमरान खान के खिलाफ गुस्सा देखा जा रहा है। रिपोर्टों में कहा गया है कि पीएम इमरान के एक करीबी व्यक्ति ने कथित रूप से इस घड़ी को दुबई में बेचा और खान को 10 लाख डॉलर दिए। इस बात की जानकारी गिफ्ट देने वाले प्रिंस को भी हो गई है।