नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को एक बार फिर घनघोर आलोचना का शिकार होना पड़ा है। दरअसल, उन्होंने दोहराया है कि देश में यौन उत्पीड़न के मामलों में वृद्धि महिलाओं के कपड़े से जुड़ी हुई हैं। एक इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा कि अगर एक महिला बहुत कम कपड़े पहनती है, तो इसका पुरुषों पर प्रभाव पड़ेगा, जब तक कि वे रोबोट न हों। यह सामान्य ज्ञान है।'
इमरान खान की टिप्पणी से सोशल मीडिया पर आक्रोश फैल गया है। विपक्षी नेताओं और पत्रकारों ने उनकी आलोचना की। यह पहली बार नहीं है जब इमरान ने ऐसा कुछ कहा है। उन्होंने लाइव टीवी पर कहा था, 'पर्दा की यह पूरी अवधारणा प्रलोभन से बचने के लिए है। हर किसी के पास इससे बचने की इच्छाशक्ति नहीं है।'
कुछ महीनों पहले उन्होंने लोगों से टेलीफोन पर बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा, 'हतिहास हमें बताता है कि समाज में जब अश्लीलता बढ़ती है तो सेक्स अपराध बढ़ते हैं और पारिवारिक ढांचा टूटता है।' यौन हिंसा पर इमरान की यह राय सामने आने पर पाकिस्तानी पत्रकार रीमा उमर ने इमरान पर निशाना साधते हुए कहा, 'रेप को अश्लीलता के साथ जोड़ने वाला इमरान खान का बयान उनकी अज्ञानता दर्शाता है। यह बयान खतरनाक और निंदनीय है।'
मानवाधिकार कार्यकर्ता मीनी गबीना ने कहा, 'मैं गारंटी दे सकती हूं कि एक दिन बड़ी संख्या में महिलाएं सामने आएंगी और इमरान खान पर उत्पीड़न यहां तक कि रेप का आरोप लगाएंगी। इस तरह की मानसिकता रखने वाला व्यक्ति खुद में अपराधी है।' रेप पर बयान के लिए पाकिस्तान की कानूनी जमात, मानवाधिकार एवं महिला अधिकार समूहों ने इमरान की आलोचना की।