Shehbaz Sharif : आतंकवाद और आतंकवादी ऐसे मुद्दे हैं जिनसे पाकिस्तान अपना पीछा नहीं छुड़ा सकता। वैश्विक मंचों पर तो और नहीं। आतंकवाद पर सवाल उसे शर्मिंदा करते हैं। एक ऐसे ही सवाल से पाक के पीएम शहबाज शरीफ समरकंद में बचते हुए नजर आए। शहबाज शरीफ एससीओ बैठक में हिस्सा लेने के लिए उज्बेकिस्तान के समरकंद में हैं। वहां एससीओ नेताओं के बीच बैठकों का सिलसिला चल रहा है। इन्हीं बैठकों के बीच गलियारे से गुजरते समय एक पत्रकार ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को लेकर उनसे सवाल पूछा।
अफगानिस्तान का कहना है कि मसूद पाक में है
पत्रकार के इस सवाल को पाकिस्तानी पीएम ने सुना लेकिन इसका जवाब देने की जगह वह अपने साथ चल रहे लोगों के साथ आगे बढ़ गए। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र ने मसूद अजहर को आतंकवादी घोषित किया है। कुछ दिनों पहल पाकिस्तान ने कहा कि मसूद उसके यहां नहीं बल्कि अफगानिस्तान में है लेकिन काबुल ने इसके झूठ की पोल खोल दी। अफगानिस्तान ने कहा कि मसूद उसके यहां नहीं है।
दरअसल, पाकिस्तान ने कहा है कि अफगानिस्तान को मसूद को पकड़कर उसके हवाला करना चाहिए। इस पर अफगानिस्तान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
तालिबान ने कहा कि अजहर उसके यहां नहीं
तालिबान के प्रवक्ता जैबीउल्लाह मुजाहिद ने इस बात से इंकार किया कि मसूद उनके यहां है। उन्होंने कहा कि वास्तव में आतंकवादी सरगना पाकिस्तान में है। अफगानिस्तान की स्थानीय मीडिया टोलो न्यूज के मुताबिक उन्होंने कहा, 'जैश ए मोहम्मद का सरगना अफगानिस्तान में नहीं है। यह संगठन पाकिस्तान में हो सकता है। वह अफगानिस्तान में नहीं है। हमने उसके यहां होने की रिपोर्टें देखी हैं लेकिन हमारा कहना है कि वह यहां पर नहीं है।'
अफगानिस्तान में नहीं है मसूद अजहर, तालिबान की खरी खरी- दुनिया के सामने झूठे दावे ना करे पाकिस्तान
तालिबान ने पाक को दी नसीहत
अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय के तालिबान प्रवक्ता अब्दुल कहर बाल्खी ने कहा कि इस तरह के आरोप काबुल एवं इस्लामाबाद के बीच रिश्तों को खराब कर सकते हैं। हम सभी पक्षों से बिना किसी सबूत के इस तरह के आरोपों से बचने की सलाह देते हैं। इस तरह के आरोप द्विपक्षीय संबंधों को आघात पहुंचा सकते हैं।