इस्लामाबाद : पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार विपक्ष के तीखे तेवर का सामना कर रही है। विपक्षी दल एकजुट होकर इमरान सरकार की बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं। विपक्ष इमरान खान की सरकार के साथ सेना पर भी आरोप लगा रहा है और यहां 2018 में हुए आम चुनाव में इमरान खान की मदद करने के आरोप लगा रहा है। इस बीच इमरान खान ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री व पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेता नवाज शरीफ पर तीखे वार करते हुए उन्हें 'सबसे बड़ा देशद्रोही' करार दिया है।
पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ पर गंभीर आरोप लगाते हुए इमरान खान ने कहा कि पीएमएल-एन नेता ने देश की सुरक्षा संस्थाओं को निशाना बनाकर 'सबसे बड़ा देशद्रोह' किया है। एक स्थानीय समाचार चैनल जीएनएन को गुरुवार को दिए इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा, 'नवाज ने सैन्य नेतृत्व को निशाना बनाकर सबसे बड़ा देशद्रोह किया है, जो सशस्त्र बलों में विद्रोह को भड़काने के बराबर है।'
उन्होंने दावा किया कि नवाज शरीफ को अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत में सेना का समर्थन मिला था और सैन्य तानाशाह जिया-उल-हक उन्हें सियातस में लेकर आए थे। उन्होंने नवाज शरीफ पर तंज करते हुए सवालिया लहजे में कहा, 'नवाज शरीफ जिन्हें सैनिक तानाशाह जनरल जिया-उल-हक राजनीति में लाए थे, वह अचानक लोकतंत्र के हिमायती कैसे बन गए?'
नवाज शरीफ को लेकर इमरान खान की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जबकि इमरान खान सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों ने पाकिस्तान डेमोक्रेटिक अलायंस (PDM) का गठन किया है और रैलियों के माध्यम से सरकार के प्रति आक्रोश जता रहे हैं।
नवाज शरीफ के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में कई मुकदमे चल रहे हैं। फिलहाल वह जमानत पर हैं। इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने उन्हें नवंबर 2019 में इलाज के लिए आठ सप्ताह के लिए लंदन जाने की अनुमति दी थी, लेकिन उसके बाद से वह लौटे नहीं हैं। उनके वकीलों ने अदालत में दलील दी कि नवाज शरीफ का अब भी लंदन में इलाज चल रहा है। नवाज शरीफ को 2017 में पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने भ्रष्टाचार के आरोप में दोषी ठहराते हुए सत्ता से बेदखल कर दिया था।
इस बीच पाकिस्तान की सेना ने देश की राजनीति में हस्तक्षेप से इनकार किया है। इमरान खान ने भी इससे इनकार किया है कि सेना ने उन्हें 2018 का चुनाव जीतने में मदद की।