अफगानिस्तान में अब तालिबान राज है। वैश्विक स्तर पर जितनी चर्चा तालिबान राज की हो रही है, उतनी ही चर्चा पाकिस्तान के बारे में है। अफगानिस्तान में चीन की भूमिका पर अमेरिकी कह चुका है कि चीन ने अपनी समस्याओं पर निजात पाने के लिए फैसले किया है। लेकिन पाकिस्तान के बारे में अमेरिका का कहना है कि इमरान खान सरकार के हितों में बहुलता है, पाकिस्तान कई मानदंडो के साथ अपने रिश्ते की व्याख्या करता रहा है लेकिन हम उन संबंधों की समीक्षा करेंगे।
आने वाले समय में पाकिस्तान से संबंधों की करेंगे समीक्षा
अमेरिकी विदेश मंत्री, एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि पाकिस्तान ने पिछले 20 वर्षों में और उससे भी पहले जो भूमिका निभाई है, वह अफगानिस्तान के भविष्य के बारे में लगातार अपने दांव लगाने में शामिल है। यह एक है जिसमें हक्कानी सहित तालिबान के सदस्यों को पनाह देना शामिल है।इसके (पाकिस्तान) हितों की बहुलता है, कुछ जो संघर्ष में हैं, हमारे साथ स्पष्ट संघर्ष हैं। जब अफगानिस्तान की बात आती है, तो यह निश्चित रूप से, भारत और अफगानिस्तान में भारत की भूमिका पर भी ध्यान केंद्रित करता है, और वह इसे उस चश्मे से भी देखता है।
हक्कानी नेटवर्क को पाक का खुला समर्थन
पाकिस्तान ने प्रतिबंधित हक्कानी नेटवर्क के आतंकवादियों सहित तालिबान के सदस्यों को समर्थन दिया है, किया है, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि इस्लामाबाद को अफगानिस्तान के संबंध में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के व्यापक बहुमत के साथ "लाइन अप" करने की आवश्यकता है। काबुल पर तालिबान के नियंत्रण के बाद से कांग्रेस के सामने अपनी पहली गवाही के दौरान ब्लिंकन ने यह टिप्पणी की। शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी की टिप्पणी में तालिबान के प्रति बिडेन प्रशासन के रुख को रखा।