अभी हाल ही में पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन हुआ है और अभी भी वहां कि स्तिथि सामान्य नहीं हुई है, मौजूदा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और इमरान खान के बीच अंदर ही अंदर सत्ता के लिए जंग जारी है ऐसे में वहां के रक्षा मंत्री ने एक रिपोर्ट के बिनाह पर अपने ही देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को भारत का ख़ुफ़िया साथी बना दिया है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए भारत पर बड़ा आरोप लगाया है। आसिफ ने इस आरोप में कहा है कि इमरान खान कि पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ और भारत मिलकर, पाकिस्तान आर्मी के खिलाफ एक नकारात्मक अभियान चला रहे हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में बलूचिस्तान में बाढ़ राहत कार्यों के बीच पाकिस्तानी सेना के एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना को टारगेट करने वाला एक नकारात्मक सोशल मीडिया अभियान पाकिस्तानी सेना के खिलाफ पीटीआई और भारत की एक मिली-जुली साजिश थी।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार अब सत्ताधारी गठबंधन सरकार ने कहा है कि पीटीआई की सोशल मीडिया टीम ने इमरान खान के कहने पर इस कैंपेन को सेना के खिलाफ भ्रामक बातें फ़ैलाने के लिए शुरू किया था ।आसिफ ने दावा किया कि ऐसे 18 भारतीय अकाउंट्स की पहचान की गई है जो इस सोशल मीडिया कैंपेन में शामिल थे। इस विषय पर हमने ब्रिटिश-पाकिस्तानी पत्रकार और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी रह चुकी रेहम खान से बात की तो उन्होंने कहा की इमरान ने अकेले दम पर सेना के शीर्ष अधिकारियों के प्रति नफरत को बढ़ावा दिया और 4 साल से भी कम समय में सशस्त्र बलों के मनोबल को कम किया, उन्होंने यह भी कहा की भारत पिछले 60 सालों में ऐसा करने में असमर्थ रहा।
ख्वाजा आसिफ ने ये भी कहा कि भारत के चैनल्स कहते हैं कि जिस तरह का काम इमरान खान कर रहे हैं, वो हम अरबों डॉलर खर्च करने के बाद भी नहीं कर पाते। हम पाकिस्तान में भारत के हितों की सुरक्षा के लिए वो नेटवर्क तैयार नहीं कर पाते जो इमरान खान ने अब कर दिया है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, आसिफ ने दावा किया कि जब देश लासबेला हेलीकॉप्टर क्रैश त्रासदी पर शोक मना रहा था, पीटीआई के सोशल मीडिया अकाउंट भारतीय और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट्स की मदद से देश और सेना को बदनाम करने कि कोशिश कर रहे थे। आसिफ ने 529 पाकिस्तानी अकाउंट्स और दूसरे देशों के 33 अकाउंट्स का जिक्र भी किया और कहा की इनके खिलफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।