पाकिस्तान इस वक्त बाढ़ के संकट से दो-चार हो रहा है और ये विभीषिका खासी बड़ी है, बताते हैं कि पाकिस्तान को भीषण बाढ़ के कारण 40 अरब डॉलर से अधिक का आर्थिक नुकसान हो सकता है। एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। यह आंकड़ा संयुक्त राष्ट्र (UN) महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के 30 अरब डॉलर के आकलन से भी अधिक है।
वहीं इस सबके बीच पाकिस्तान अपनी फितरत से बाज नहीं आ रहा है और बताते हैं कि पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार जारी है और उन्हें बाढ़ राहत कैंपों में जगह नहीं मिल रही है, इसके अलावा जो भी उनकी आवाज उठा रहा है उसे गिरफ्तार किया जा रहा है।
कहा जा रहा है कि पाकिस्तान में रह रहे हिंदुओं को बाढ़ राहत शिविरों में स्थान नहीं दी जा रही है गौर हो कि बाढ़ के कारण पाकिस्तान में अभी तक कई सौ लोगों की मौत हो गई है।
बाढ़ की विभीषिका के बीच भी पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का सितम जारी है और उन्हें तमाम तरीकों से परेशान किया जा रहा है।