इस्लामाबाद : पाकिस्तान में इमरान खान सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। देश की विपक्षी पार्टियों ने रविवार को इमरान सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए एक नए गठबंधन बनाने की घोषणा की। इस नए गठबंधन का नाम 'पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट' होगा। इस्लामाबाद में विपक्षी दलों की एक बैठक में इमरान सरकार के खिलाफ गबंधन बनाने पर सहमति बनी। जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक विपक्ष ने बताया कि उसका अगला कदम इमरान खान की सरकार से 'देश को मुक्ति' दिलाने का होगा।
विपक्ष ने इमरान को बताया 'सेलेक्टेड' पीएम
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जमीयत उलेमा ए इस्लाम (एफ) के प्रमुख मौलाना फज्ल उर रहमान ने कहा कि विपक्ष 'सेलेक्ट किए गए प्रधानमंत्री इमरान खान से तुरंत इस्तीफा' देने की मांग करता है। उन्होंने बताया कि सत्ता से इमरान खान सरकार को बेदखल करने के लिए अक्टूबर महीने से देशव्यापी प्रदर्शन शुरू होंगे। इन प्रदर्शनों में वकील, कारोबारी, मजदूर, किसान और सिविल सोसायटी के लोग शामिल होंगे।
अक्टूबर से इमरान के खिलाफ शुरू होगा प्रदर्शन
रहमान ने कहा, 'विरोध प्रदर्शन का पहला दौर जो अक्टूबर से शुरू होगा, इसके तहत सिंध, बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब में रैलियां की जाएंगी। प्रदर्शन का दूसरा दौर दिसंबर से शुरू होगा, इसके तहत देश भर में बड़े प्रदर्शन होंगे। जनवरी से शुरू होने वाले तीसरे चरण में इस्लामाबाद की तरफ एक बड़े मार्च का आयोजन किया जाएगा।'
'देश के मुद्दों एवं कोरोना से निपटने में नाकाम हुई सरकार'
उन्होंने कहा, 'सेलेक्टेड सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए एकजुट विपक्ष सभी उपाय आजमाएगा। इमरान सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाने के साथ-साथ उनके इस्तीफे की मांग की जाएगी।' पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने कहा कि विपक्ष के सामने गठबंधन बनाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा था। शरीफ ने आरोप लगाया कि इमरान सरकार देश के मुद्दों एवं करोना संकट से निपटने में नाकाम हुई है।