PM Modi Nordic countries visit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नॉर्डिक देशों की यात्रा कई मायनों में अहम रही है। इन देशों के नेताओं के साथ भारत के सांस्कृतिक, आर्थिक एवं राजनयिक रिश्तों को और मजबूत उसे आगे ला जाने की प्रतिबद्धता जताई गई है। डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे, स्वीडन के नेताओं के साथ पीएम की व्यापक मुद्दों पर चर्चा हुई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बुधवार को बताया कि कोपेनहेगन में आयोजित दूसरे भारत-नॉर्डिक सम्मेलन में आपसी संबंधो को आगे ले जाने पर सहमति बनी। नॉर्डिक देशों के नेताओं के साथ अपनी मुलाकात को खास बनाने के लिए पीएम मोदी ने उन्हें विशेष तोहफे भी भेंट किए।
डेनमार्क के क्राउन प्रिंस फ्रेडरिक को पीएम ने छत्तीसगढ़ में निर्मित डोकरा बोट भेंट किया। छत्तीसगढ़ की ये कलाकृति बेहद खास है। इसका निर्माण गैर-लोहे की धातु से किया जाता है। इसे मोम का इस्तेमाल कर बनाया जाता है। इस तरह की कलाकृति का निर्माण भारत में 4,000 वर्षों से ज्यादा समय से होता आया है।
डेनमार्क की महारानी क्वीन मार्गरेथ को भी पीएम मोदी ने खास उपहार देकर सम्मानित किया। उन्होंने क्वीन को गुजरात में बनी रोगन पेंटिंग भेंट की। कपड़ों पर प्रिंटिंग की यह विशेष कला इसे खास बनाती है। गुजरात के कच्छ में इस कला का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है। इस कला में उबले हुए तेल एवं सब्जियों के रंग का इस्तेमाल होता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने डेनमार्क की क्राउन प्रिंस मैरी को वाराणसी की खास पहचान सिल्वर मीनाकरी बर्ड भेंट की। वाराणसी की यह कला करीब 500 साल पुरानी है। इस कला में पर्शियन कला का पुट भी पाया जाता है।
पीएम ने फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मरीन को राजस्थान की खासियत 'ब्रास ट्री ऑफ लाइफ' तोहफे में दी। इस पेड़ को जीवन की उन्नति एवं विकास का प्रतीक माना जाता है। इस पेड़ की पत्तियां एवं शाखाएं सामवेशी जीवन के विभिन्न रूपों को दर्शाती हैं। पीएम ने नार्वे के प्रधानमंत्री को राजस्थान में निर्मित ढाल भेंट की।