इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को विपक्ष के सामने अपने सशर्त इस्तीफे की पेशकश की। उन्होंने कहा कि देश की 'लूटी' हुई संपत्ति को यदि विपक्ष के नेता लौटा देते हैं तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा, 'आप लूटी हुई संपत्ति देश को यदि लौटा देते हैं तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा।' बता दें कि विपक्ष के 11 दलों का गठबंधन गत सितंबर से इमरान सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। विपक्ष इमरान सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए आंदोलन कर रहा है।
विपक्ष पर बरसे इमरान खान
जिओ टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक इमरान ने कहा, 'इन लोगों के पास अपना इस्तीफा देने का साहस नहीं है। इस तरह का कदम उठाने के लिए साहस और चरित्र की जरूरत होती है।' उन्हें बड़े राजनीतिक दलों की ओर से सीनेट का चुनाव लड़ने के फैसले की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, 'न तो इन्होंने कोई लंबी यात्रा निकाली और न ही इनकी रैलियों में भीड़ हो रही है। 31 दिसंबर और 31 जनवरी आए और गए।'
पाक में कोरोना टीका लगना शुरू
इमरान ने सोमवार को टेलिफोन पर लोगों से बात की और उनकी समस्याओं को सुना। लोगों के साथ उनकी इस बातचीत का प्रसारण टेलिवीजन पर हुआ। इस बातचीत के दौरान लोगों ने उनसे कोरोना वैक्सीन, बलूचिस्तान, गिलगिट बाल्टिस्तान, महंगाई, विपक्ष सहित अन्य मसलों पर सवाल किए। उन्होंने कहा कि कोरोना टीके के लिए सरकार ने दिशानिर्देश बनाए हैं और इसके तहत पहले 60 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को टीका लगेगा।
कश्मीर पर बोले बाजवा
पाक सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान और भारत को कश्मीर मुद्दे को "गरिमापूर्ण और शांतिपूर्ण तरीके" से हल करना चाहिए। पाकिस्तानी सेना के अनुसार, जनरल बाजवा खैबर-पख्तूनख्वा के रिसालपुर में पाकिस्तान वायु सेना (पीएएफ) के असगर खान अकादमी में स्नातक समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान और भारत को जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को जम्मू-कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप गरिमापूर्ण और शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना चाहिए।'