रूस की राजधानी मॉस्को में ही पुतिन के खास सलाहकार अलेक्जेंडर डुगिन पर हमला हुआ है। हालांकि अलेक्जेंडर डुगिन भाग्यशाली रहे और उनकी जान बच गई, लेकिन इस हमले में उनकी बेटी की मौत हो गई है।
अलेक्जेंडर डुगिन को 'पुतिन के दिमाग' के रूप में जाना जाता है। कहा जाता है कि यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियानों के पीछे इन्हीं का दिमाग है।उनकी बेटी डारिया जो पेशे से एक एक पत्रकार थीं, ने भी यूक्रेन पर रूस के हमले का समर्थन किया। रूसी मीडिया के अनुसार डुगिन और डारिया दोनों शनिवार शाम को एक ही कार में सफर करने वाले थे, उन्हें एक कार्यक्रम से भाग लेने के बाद वापस लौटना था, लेकिन अलेक्जेंडर ने आखिरी मिनट में अपने प्रोग्राम में बदलाव करते हुए एक अलग कार में सवार हो गए।
जिसके बाद उनकी मुख्य गाड़ी को लेकर उनकी बेटी डारिया चली गईं। इसी बीच जब गाड़ी कुछ आगे निकली तो उनकी कार में भयंकर विस्फोट हुआ और गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। इस हमले में डारिया की दर्दनाक मौत हो गई। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि डारिया डुगिन का लैंड क्रूजर मॉस्को के बाहरी इलाके में आग की लपटों में घिरा हुआ है।
इस हमले को लेकर यूक्रेन के कब्जे वाले डोनेट्स्क के रूसी प्रॉक्सी नेता डेनिस पुशिलिन ने विस्फोट के लिए यूक्रेन के आतंकवादियों को दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा- "वे (आतंकवादी) अलेक्जेंडर डुगिन को मारने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उनकी बेटी को उड़ा दिया।
बता दें कि इस साल जुलाई में डारिया डुगीना को ब्रिटेन की प्रतिबंध सूची में शामिल किया गया था। यह प्रतिबंध यूक्रेन युद्ध में रूस का समर्थन करने के लिए लगाया गया था। वहीं डारिया के पिता अलेक्जेंडर डुगिन के पास रूसी सरकार में कोई पद तो नहीं है, लेकिन पुतिन के साथ उनकी नजदीकी के कारण उन्हें 'पुतिन के दिमाग' के रूप में जाना जाता है।