Queen Elizabeth: क्वीन एलिजाबेथ की ताज पर लगे इन दो हीरों को लेकर है विवाद, एक का भारत से तो दूसरे का इस देश से है नाता

दुनिया
शिशुपाल कुमार
शिशुपाल कुमार | Principal Correspondent
Updated Sep 15, 2022 | 21:49 IST

Queen Elizabeth: क्वीन एलिजाबेथ का अंतिम संस्कार 19 सितंबर को किया जाएगा। फिलहाल उनका शव लंदन में रखा गया है ताकि लोग उनका अंतिम दर्शन कर सकें।

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क्वीन एलिजाबेथ का ताबूत पहुंचा लंदन  |  तस्वीर साभार: AP
मुख्य बातें
  • क्वीन एलिजाबेथ की ताज में लगे हैं 2800 से ज्यादा हीरे
  • इन्हीं में से कुछ हीरों को लेकर है विवाद, कई देश कर चुके हैं दावा
  • एलिजाबेथ की मौत के बाद अब एक बार फिर से चर्चा में हैं ये हीरे

ब्रिटेन की महारानी क्वीन एलिजाबेथ के निधन के बाद से उनकी ताज को लेकर कुछ-कुछ विवाद भी सामने आ रहा है। एलिजाबेथ की ताज पर लगे हीरों को लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह का दावा किया जा रहा, खासकर दो हीरों को लेकर। जिसमें से एक पर भारत भी अपना दावा करते आया है। 

क्या है विवाद

क्वीन एलिजाबेथ जिस ताज को पहनतीं थीं उस पर 2800 से ज्यादा हीरे लगे हैं। इसमें उनके पुरखों से लेकर उन देशों के हीरे भी लगे हैं, जिनके बारे में दावा है कि वो वहां से चुराए गए थे। अब जब उनकी मृत्यु हो गई है तो इन हीरों को लेकर फिर से दावे सामने आए हैं। ब्रिटेन के इस शाही ताज में 3,000 बेशकीमती पत्थर लगे हुए हैं। जिसमें 2,868 हीरे, 273 मोती, 17 नीलम, 11 पन्ना और पांच माणिक शामिल हैं। इसके साथ ही इम्पीरियल स्टेट क्राउन में 317 कैरेट का कलिनन II हीरा भी शामिल है। इसके बारे में कहा जाता है कि यह सबसे बड़े हीरे से तराशा गया है। इसमें शाही संग्रह का सबसे पुराना रत्न भी शामिल है। 

भारत से संबंध

इसी ताज में लगे एक हीरे का संबंध भारत से है, नाम है उसका कोहिनूर। वहीं कोहिनूर जिसके बारे में कहा जाता है कि जिस राजा के पास भी गया, वो बर्बाद हो गया। हालांंकि महिला शासकों के लिए यह भाग्यशाली रहा है। इसके बारे में भी चुराकर ब्रिटेन ले जाने का दावा किया जाता था, हालांकि भारत सरकार इस मामले पर स्पष्ट कर चुकी है, यह लूट कर नहीं बल्कि पंजाब के राजा ने इसे ब्रिटेन को सौंपा था। सरकार की ओर से भी इस हीरे को वापस करने की मांग की गई है, लेकिन ब्रिटेन ने मना कर दिया।

चार देशों का दावा

कोहिनूर हीरा कई हाथों से गुजरा। भारत, पाकिस्तान, ईरान और अफगानिस्तान होते हुए यह भारत वापस आया और फिर ब्रिटेन चला गया। इन सभी देशों ने इस हीरे पर अपना दावा ठोक रखा है और ब्रिटेन से इसे वापस लेने की मांग भी कर रखी है। 2016 में, भारतीय संस्कृति मंत्रालय ने कहा था कि वह हीरे को भारत वापस लाने के लिए "हर संभव प्रयास" करेगा।

एक और हीरे को लेकर विवाद

इस ताज में लगे 317 कैरेट के कलिनन II हीरे को लेकर भी विवाद है। इसे भी चुराकर ब्रिटेन लाने का दावा किया जाता रहा है। हालांकि इस आरोप को शाही परिवार खारिज कर चुका है। इस हीरे का संबंध अफ्रीका से है। वहीं से यह हीरा ब्रिटेन लाया गया था। इसे लेकर तीन दावे हैं। पहला कि चोरी किया गया, दूसरा कलिनन हीरा सरकार द्वारा दक्षिण अफ्रीका में खरीदा गया था। जिसे तब के किंग एडवर्ड सप्तम को दे दिया गया था। तीसरा रॉयल कलेक्शन ट्रस्ट का कहना है कि हीरा ब्रिटेन के राजा को "बोअर युद्ध के बाद ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका के बीच पैदा हुए दरार को भरने के लिए एक प्रतीकात्मक संकेत के रूप में दिया गया था। 

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