यूक्रेन के सबसे बड़े जपोररिजिया परमाणु प्लांट पर रूस अब सभी तरफ से हमला कर रहा है। रूसी हमले की वजह से प्लांट के एक हिस्से में आग लगी हुई है। अगर परमाणु प्लांट पूरी तरह से उड़ गया तो चेरनोबिल से 10 गुना बड़ा हादसा हो सकता है। रूस इसे तत्काल रोके, आग बुझाने वालों को पहुंचने दे। दमकलकर्मियों को निशाना ना बनाए। यह कहना है यूक्रेन के विदेश मंत्री डिमित्रो का कुछ इस तरह का बयान है।
डिमित्रो कुलेबा ने कहा कि जब रूसी वास्तविक लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं तो तो वे नकली टीवी कवरेज पर ध्यान केंद्रित करते हैं। खेरसॉन में एक टीवी टॉवर पर कब्जा करने के बाद, वे एक शो की योजना बनाते हैं: रूसी सैनिक मानवीय सहायता प्रदान करते हैं जबकि नकली 'स्थानीय' क्रीमिया मंच से खेरसॉन क्षेत्र के पक्ष में एक नकली 'डेमो' लाए जाते हैं जो क्रीमिया के साथ 'एकजुट' होते हैं।
जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट पर रूसी हमला
जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट में कुल 6 रिएक्टर
यूरोप का सबसे बड़ा पावर प्लांट
दुनिया का 9वां सबसे बड़ा पावर प्लांट
चेरनोबिल प्लांट पर रूस ने 24 फरवरी को किया था कब्जा
क्या है एक्सपर्ट कमेंट
जानकार बताते हैं अगर वास्तव में परमाणु प्लांट को उड़ा दिया तो तबाही का आंकलन करना बड़ा मुश्किल होगा। जहां तक पावर प्लांट को तबाह करने सवाल है तो रूस ऐसा नहीं करेगा क्योंकि उसे पता है कि रेडिएशन की जद में वो खुद आएगा और उसे खुद की जनता को नियंत्रित कर पाना आसान नहीं होगा। युद्ध के दौरान इस तरह के मामले सामने आते हैं। कभी कभी दुर्घटनावश भी बड़े हादसे होते हैं। लेकिन जिस तरह से परमाणु प्लांट को लक्ष्य बनाकर हमला किया जा रहा है उसे तत्काल रोकने की आवश्यकता है।
रूसी हमले में जपोरिजिया परमाणु प्लांट बना निशाना, रेडिएशन का खतरा बढ़ा !