'हम IMF की धुन पर नाचे रहे थे, फिर भी नहीं मिला राहत पैकेज', पाक मंत्री का छलका दर्द

Pakistan News : जिओ टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को ईद की नमाज के बाद फैसलाबाद में मीडिया से बातचीत में सनाउल्लाह ने कहा कि अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर आज पाकिस्तान अब तक के अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है।

Rana Sanaullah says IMF did not release tranche despite Pakistan 'dancing to its tune'
पाकिस्तान के गृह मंत्री हैं राणा सनाउल्लाह।  |  तस्वीर साभार: Facebook

Pakistan News : अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है। कंगाली का सामना कर रहे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए आईएमएफ छह अरब डॉलर का पैकेज बहाल करने वाला था लेकिन उसने इस भारी भरकम रकम को जारी नहीं किया है। दरअसल, इस रकम को जारी करने के लिए आईएमएफ ने 'कुछ कठिन शर्तें' लगाई थीं जिन्हें मानने के लिए पाकिस्तान तैयार भी हो गया था। इसके बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान से पाक को राहत मिलेगी लेकिन अब गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने बताया है कि आईएमएफ ने पाकिस्तान को यह बेलआउट पैकेज जारी नहीं किया है। मंत्री का कहना है कि यह तब है जब पाकिस्तान 'उसकी धुन पर नाच रहा।'

रविवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे सनाउल्लाह
जिओ टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को ईद की नमाज के बाद फैसलाबाद में मीडिया से बातचीत में सनाउल्लाह ने कहा कि अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर आज पाकिस्तान अब तक के अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा, 'देश के हित को ध्यान में रखते हुए हमें कई कठिन फैसले लेने पड़े।' आईएमएफ से जारी होने वाले राहत पैकेज से जुड़े एक सवाल पर मंत्री ने कहा कि देश ने यहां तक कि आईएमएफ के कुछ ऐसे शर्तों को स्वीकार किया जो कि हमारे हित में नहीं थे। 

कंगाल पाकिस्तान को मिलेगा IMF का सहारा, लेकिन जनता को चुकानी पड़ेगी भारी कीमत !

इमरान खान की पीटीआई सरकार पर साधा निशाना
गृह मंत्री ने आगे आईएमएफ से पाकिस्तान को आर्थिक संकट से निकालने के लिए छह अरब डॉलर का राहत पैकेज जारी करने का अनुरोध किया। सनाउल्लाह ने पीटीआई सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था को बुरे दौर से निकालने के लिए पिछली सरकार ने कुछ नहीं किया बल्कि उसने 'राजनीतिक बदले की भावना' से काम किया। उन्होंने कहा, 'साढ़े चार वर्षों से नाकाबिल पीटीआई की सरकार देश पर शासन कर रही थी। हमारे प्रयासों के चलते ही यह सरकार इस्लामाबाद में आगे रह नहीं सकी।'

अगली खबर