Vladimir Putin : हाल के दिनों में यूक्रेन की सैन्य बढ़त सामने आने के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों के खिलाफ अपने तेवर सख्त कर लिए हैं। टेलिविजन पर देश को संबोधित करते हुए पुतिन ने रूसी सैन्य बलों के आंशिक तैनाती की घोषणा की है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध सातवें महीने में प्रवेश कर गया है और बीते कुछ दिनों में यूक्रेन के सुरक्षाबलों ने रूसी सैनिकों द्वारा कब्जा किए गए इलाकों पर दोबारा नियंत्रण हासिल करते हुए उन्हें पीछे खदेड़ा है। यही नहीं, पुतिन की ओर से यह घोषणा तब हुई है जब एक दिन पहले रूस के नियंत्रण वाले यूक्रेन के पूर्वी एवं दक्षिणी इलाकों ने इस बात की मंशा जाहिर करते हुए घोषणा की है कि वे रूस का अभिन्न हिस्सा बनना चाहते हैं।
'पश्चिमी देशों ने अपनी सीमा लांघ दी है'
अपने टेलिविजन संदेश में पुतिन ने कहा, 'पश्चिमी देशों ने अपनी सीमा लांघ दी है। पश्चिम के देश रूस को कमजोर करना, बांटना और उसे नष्ट करना चाहते हैं।' पुतिन ने पश्चिमी देशों को आगाह करते हुए कहा कि रूस अपनी क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा करने के लिए सभी विकल्पों का इस्तेमाल करेगा। इसे लेकर वह केवल बयानबाजी नहीं कर रहे हैं। पुतिन के इस बयान को रूस के परमाणु हथियारों एवं उनकी क्षमता से जोड़कर देखा जा रहा है। रूसी राष्ट्रपति पहले भी यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति को लेकर पश्चिमी देशों को चेतावनी जारी कर चुके हैं। देश के नाम पुतिन के संबोधन के बाद रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यूक्रेन पर रूस कोई बड़ी कार्रवाई कर सकता है।
आरक्षित सैनिक की आंशिक तैनाती करेगा रूस
रिपोर्टों के मुताबिक रूस ने 300,000 ‘रिजर्विस्ट’ (आरक्षित सैनिक) की आंशिक तैनाती की योजना बनाई है।रिजर्विस्ट ऐसा व्यक्ति होता है जो ‘मिलिट्री रिजर्व फोर्स’ का सदस्य होता है। यह आम नागरिक होता है ,लेकिन जरूरत पड़ने पर इसे कहीं भी तैनात किया जा सकता है। शांतिकाल में यह सेना में सेवाएं नहीं देता है। पुतिन का यह बयान न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र के मध्य आया है जिसमें रूस को जनमत संग्रह योजना को लेकर चेतावनी दी गई है।
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जनमत संग्रह की योजना को यूक्रेन ने ‘कोरी बकवास’बताया
देश को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा, ‘जिन खतरों का सामना हम कर रहे हैं,उनसे हमारे देश, उसकी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए आंशिक तैनाती का निर्णय सर्वथा उचित है।’ इससे पहले दिन में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूस के कब्जे में आए यूक्रेन के पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में जनमत संग्रह कराने की योजना को ‘कोरी बकवास’ बताते हुए खारिज किया साथ ही शुक्रवार से शुरू होने जा रही इस कवायद की निंदा करने के लिए यूक्रेन के सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।