सियोल: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग को भला कौन नहीं जानता है। कुछ समय पहले तानाशाह के स्वास्थ्य को लेकर जब अटकलें चल रही थीं तो उनकी बहन पार्टी के कार्यक्रमों में मुख्य चेहरे के रूप में दिखाई देने लगी। इसके बाद से कयासों और खबरों का दौर शुरू हो गया कि किम जोंग की उत्तराधिकारी उनकी बहन हो सकती है। किम जोंग उन की बहन किम यो-जोंग को अक्सर अपने भाई के साथ प्रमुखता से देखा जा सकता है और कहा जा रहा है कि वह अपने भाई के बाद देश की सबसे ताकतवर राजनीतिक हस्ती हैं। किम की बहन यो जोंग के बढ़ते राजनीतिक कद को लेकर दक्षिण कोरिया भी सतर्क हो गया है।
दरअसल एक स्मारक कार्यक्रम के दौरान प्योंगयांग सत्तारूढ़ दल के शक्तिशाली पोलित ब्यूरो के सदस्यों के साथ खड़े देखा गया था। यह कार्यक्रम 17 दिसंबर को प्योंगयांग में किम जोंग उन के पिता और दिवंगत उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-इल की याद में आयोजित किया गया था। इस दौरान किम की बहन किम यो जोंग को पोलित ब्यूरो के सदस्यों और वैकल्पिक सदस्यों के बीच देखा गया था, जो यह दर्शाता है कि उन्हें सदस्य या वैकल्पिक सदस्य के तौर पर नामित किया गया हो सकता है।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि, वह सन के कुमसुसन पैलेस में अपने पिता को श्रद्धांजलि अर्पित करते वक्त एक बड़े समूह की पांचवीं पंक्ति में दिखाई दी, जिसमें पहली पंक्ति में उनका भाई और वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। किम यो-जोंग पहले राजनीतिक ब्यूरो की एक वैकल्पिक सदस्य थी, लेकिन बाद में उन्हें जनवरी पार्टी कांग्रेस में पद दिया गया था। कहा जाता है कि वर्तमान में वह राज्य मामलों के आयोग और पार्टी की केंद्रीय समिति के सदस्य और पार्टी की सूचना और निर्देश विभाग के उपाध्यक्ष हैं।
दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय के प्रवक्ता ली जोंग-जू ने कहा कि यह निर्णय लेना जल्दबाजी होगी कि किम यो-जोंग को आधिकारिक तौर पर पदोन्नत किया गया है। ली ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, 'इस समय राय देना मुश्किल है कि क्या उनकी स्थिति में कोई बदलाव आया है क्योंकि उन्हें प्रमुख कार्यक्रमों में विभिन्न पदों पर देखा जा रहा है।'
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