दशहरे से भक्तों के लिए खुल जाएगा अबूधाबी का हिंदू मंदिर,1000 साल है लाइफ, देखें तस्वीरें

Abudhabi Hindu Mandir: पीएम मोदी ने साल 2018 में बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था के मंदिर की आधारशिला रखी थी। इसे दो चऱणों में तैयार किया जा रहा है।

abu dhabi hindu temple
प्रीतकात्मक तस्वीर- अबूधाबी हिंदू मंदिर, साभार-बीएपीएस 
मुख्य बातें
  • मंदिर के निर्माण में राजस्थान के गुलाबी पत्थर और यूरोप के संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है।
  • भक्तों को QR कोड  के जरिए इस मंदिर में एंट्री मिलेगी।
  • मंदिर के इमारत की आयु 1000 साल है। निर्माण कार्य पूरी तरह से 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है।

Abudhabi Hindu Mandir:संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की राजधानी अबूधाबी (Abudhabu) में बने पहले हिंदू मंदिर के पहले चरण का काम पूरा हो गया है। और उसे दशहरे के दिन 5 अक्टूबर को आम  लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। खाड़ी देश में यह अपने तरह का पहला मंदिर है। जिसमें 16 देवी-देवताओं की मूर्ति लगाई गई  हैं। मंदिर को स्वामी नारायाण संस्था के जरिए बनाया जा रहा है। जिसके लिए यूएई सरकार ने 20,000 वर्ग मीटर दान दी थी। और मंदिर की आयु करीब 1000 साल होगी।

पीएम मोदी के दौरे पर हुई थी घोषणा

अबूधाबी में मंदिर बनाने का ऐलान साल 2015 में किया गया था। उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे यूएई गए थे। पीएम मोदी ने 2018 में दुबई के दौरे पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था ने मंदिर की आधारशिला रखी थी। और खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार अब दशहरे के मौके पर लोग इस मंदिर में दर्शन कर सकेंगे। मंदिर को अबू धाबी में 'अल वाकबा' नामक जगह पर बनाया गया है। वहीं दूसरे और अंतिम चरण का काम 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा

क्या है खासियत

पूरी तरह बन जाने  के मंदिर में स्वामीनारायण, भगवान राम, कृष्ण, शंकर, अक्षर पुरुषोत्तम महाराज,  जगन्नाथ, वेंकटेश और भगवान अयप्पन की मूर्तियां स्थापित होंगी। मंदिर के निर्माण में राजस्थान के गुलाबी पत्थर के यूरोप के संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है।  मंदिर के गर्भगृह का भवन करीब 108 फुट ऊंचा होगा। इसके निर्माण में करीब 18 लाख ईंटों का इस्तेमाल किया गया है। भक्तों को QR कोड  के जरिए इस मंदिर में एंट्री मिलेगी। इसके अलावा मंदिर एक ज्ञान का कमरा और सामुदायिक केंद्र भी होगा।

विदेश मंत्री एस जयशंकर भी देख चुके हैं निर्माण कार्य

इसके पहले बीते अगस्त में विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने भी इस मंदिर का यात्रा की थी। जहां पर खाड़ी देशों के पहले पारंपरिक हिंदू मंदिर में ईंट समर्पित की थी। राजस्थान के गुलाबी पत्थर से बन रहे इस मंदिर को विदेश मंत्री ने शांति, सहिष्णुता व सद्भाव का प्रतीक बताया था। इसके अलावा यूपी विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने फेसबुक अकाउंट पर मंदिर की तस्वीरें शेयर कील हैं..

satish mahana in abudhabi temple

खाड़ी देशों में करीब 89 लाख भारतीय रहते हैं। और पहले हिंदू मंदिर का निर्माण भारत, यूएई के साथ-साथ दूसरे खाड़ी देशों के साथ रिश्तों को कहीं मजबूत करेगा।
 

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