लंदन : भारत की स्वदेशी विकसित कोविड रोधी वैक्सीन Covaxin को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से मंजूरी मिलने के बाद दुनिया के कई देशों ने इसके इस्तेमाल को मान्यता दी है, जिसका नतीजा यह होने जा रहा है कि अब उन लोगों को भी विदेश यात्रा में किसी तरह की मुश्किल नहीं होगी, जिन्होंने Covaxin की दोनों डोज ली हुई है। Covaxin अब दुनिया के उन आठ कोविड रोधी टीकों में शामिल है, जिन्हें WHO ने मान्यता दी हुई है।
Covaxin को WHO से इमरजेंसी यूज के लिए मंजूरी मिलने के बाद अब ब्रिटेन ने भी इसे मान्यता दी है और इसके मद्देनजर नया यात्रा परामर्श भी जारी किया है। इसमें कहा गया है कि 22 नवंबर की सुबह 4 बजे से उन सभी लोगों को ब्रिटेन पहुंचने पर पूरी तरह वैक्सीनेटेड लोगों के तौर पर स्वीकार किया जाएगा, जिन्होंने उनमें से किसी भी वैक्सीन की पूरी डोज ले रखी है, जिसे WHO ने आपात इस्तेमाल सूची (EUL) में शामिल किया है। ब्रिटेन ने अपने मान्यता प्राप्त वैक्सीन की सूची में अब चीन की Sinovac, Sinopharm के साथ-साथ Covaxin को भी शामिल किए जाने की बात कही है।
WHO ने लंबे विमर्श व प्रक्रियाओं के बाद बीते सप्ताह Covaxin को मंजूरी दी थी, जिसके बाद दुनिया के कई अन्य देशों ने भी इसे मान्यता प्रदान की है। ब्रिटेन सहित अब तक दुनिया के 17 देश भारत के पूरी तरह स्वदेशी कोविड रोधी वैक्सीन Covaxin को मान्यता प्रदारन कर चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया, मॉरिशियस, ओमान, फिलिपींस, नेपाल, मेक्सिको, ईरान, श्रीलंका, ग्रीस, एस्टोनिया और जिम्बाब्वे पहले ही इसे मान्यता प्रदान कर चुके हैं। अमेरिका ने भी 8 नवंबर से उन लोगों को अपने देश में यात्रा की अनुमति दी है, जिन्होंने Covaxin की पूरी डोज ली हुई है।
WHO ने इससे पहले भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित वैक्सीन कोविशील्ड को मान्यता दी थी। यह वैक्सीन भारत में ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के सहयोग से निर्मित की गई थी, जबकि भारत बायोटेक द्वारा निर्मित Covaxin को देश के पूरी तरह स्वदेशी कोविड रोधी वैक्सीन के तौर पर देखा जाता है। Covaxinको WHO सहित दुनिया के कई देशों द्वारा मान्यता प्रदान किए जाने के बाद विदेश यात्रा करने वालों की संख्या बढ़ने के अनुमान जताए जा रहे हैं। इस बीच Covaxin को दुनिया के ज्यादा से ज्यादा देशों द्वारा मान्यता दिलाने के लिए कूटनीतिक स्तर पर भी प्रयास किए जा रहे हैं।
WHO ने जिन 8 कोविड रोधी वैक्सीन को मंजूरी दी हुई है, उसमें मॉर्डना, फाइजर-बायोएनटेक, जॉनसन एंड जॉनसन, ऑक्सफोर्ड एस्ट्रेजेनिका, कोविशील्ड, साइनोफार्म, साइनोवैक और Covaxin शामिल है।