Hijab Protest in Iran: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने गुरुवार को अमेरिकी पत्रकार के साथ निर्धारित साक्षात्कार को रद्द कर दिया क्योंकि उन्होंने इंटरव्यू के लिए पत्रकार के लिए हिजाब पहनने की शर्त रखी थी जिसे एंकर ने मना कर दिया। पत्रकार द्वारा हिजाब पहनने से इनकार करने के बाद सीएनएन के मुख्य अंतरराष्ट्रीय एंकर क्रिस्टियन एमनपोर के साथ ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी का एक साक्षात्कार अचानक रद्द कर दिया गया था।
एंकर द्वारा यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब ईरान में बड़े पैमाने पर हिजाब का विरोध हो रहा है। दरअसल कुछ दिन पहले हिजाब कानूनों का पालन ना करने की वजह से एक 22 साल की युवती की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। एमनपोर ने ट्विटर पर इस बारे में जानाकारी दी और कहा कि उन्हें हेडस्कार्फ़ पहनने का सुझाव दिया गया था, लेकिन उनके इनकार के बाद, साक्षात्कार रद्द कर दिया गया।
ट्वीट्स की एक सीरीज में एंकर ने कहा कि उसने प्रदर्शनों पर चर्चा करने की योजना बनाई थी जो ईरान में बढ़ रहे हैं, जिसमें वो घटनाएं शामिल हैं जहां महिलाएं पुलिस हिरासत में महसा अमिनी की मौत के विरोध में अपने हिजाब जला रही हैं। एमनपोर ने लिखा, 'संयुक्त राष्ट्र महासभा के लिए न्यूयॉर्क की अपनी यात्रा के दौरान, यह अमेरिकी धरती पर ईरानी राष्ट्रपति रायसी का पहला साक्षात्कार होने जा रहा था। हफ्तों की योजना और करीब 8 घंटे के सेट अप के बाद, हम तैयार थे। लेकिन राष्ट्रपति रायसी की तरफ से कोई जवाब नहीं आता। साक्षात्कार शुरू होने के 40 मिनट पहले एक सहयोगी आया। उन्होंने मुझे हेडस्कार्फ़ पहनने का सुझाव यह कहते हुए दिया कि यह मुहर्रम और सफर का पवित्र महीना है। मैंने विनम्रता से मना कर दिया। हम न्यूयॉर्क में हैं, जहां हेडस्कार्फ़ के संबंध में कोई कानून या परंपरा नहीं है। मैंने बताया कि किसी भी पूर्व ईरानी राष्ट्रपति को इसकी आवश्यकता नहीं हुई जब मैंने ईरान के बाहर उनका साक्षात्कार लिया है।'
हिजाब को लेकर कहीं विरोध तो कहीं समर्थन, जानें ईरान से लेकर भारत में क्या है स्थिति
ऐमनपोर ने एक खाली कुर्सी के सामने बैठी बगैर हिजाब की अपनी पोस्ट की और कहा, 'और इसलिए हमने इसे समाप्त कर दिया है। साक्षात्कार नहीं हुआ। ईरान में विरोध प्रदर्शन जारी है और लोग मारे जा रहे हैं, यह राष्ट्रपति रायसी के साथ बात करने का एक महत्वपूर्ण क्षण होता।' वहीं ईरान में जारी विरोध प्रदर्शन बुधवार को तेज हो गए हैं प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पथराव किया। प्रदर्शनकारियों ने वाहनों को जला दिया और सरकार विरोधी नारे लगाए क्योंकि ईरान में महिलाओं के लिए सख्त ड्रेस कोड के खिलाफ उत्पीड़न जारी था।
हिजाब न पहनने पर पुलिस ने दी इतनी खौफनाक सजा, कि थम गई 22 साल की महसा अमिनी की सासें