CAATSA waiver : चीन को भारत ही काउंटर कर सकता है, यह बात समझते हुए अमेरिकी सांसदों ने बड़ा कदम उठाया है। अमेरिकी संसद के हाउस ने गुरुवार को काउंटरिंग अमेरिका एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शन एक्ट (CAATSA) से भारत को छूट देने की अनुशंसा वाले विधेयक को मंजूरी दे दी। भारत के लिए यह बहुत बड़ी राहत की बात मानी जा रही है। काट्सा से छूट अमेरिका और भारत के रक्षा संबंधों को और मजबूत बनाने के साथ ही चीन की आक्रामकता एवं तेवर को कम करने का काम करेगी। अमेरिका के कई सांसद भारत को काट्सा से छूट देने के पक्ष में थे, अब जाकर इस पर एक तरह से आधिकारिक मुहर लग गई है।
संशोधन विधेयक में 330 वोट पड़े
भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद एवं संसद के आर्म्ड सर्विसेज एक्ट के सदस्य रो खन्ना ने यह विधेयक वार्षिक नेशनल डिफेंस ऑथराइजेशन एक्ट (एनडीएए) में संशोधन के रूप में पेश किया था। इस विधेयक के पक्ष में 330 सांसदों और विरोध में 99 ने वोट किया। हालांकि, इस विधेयक को कानून की शक्ल लेने में अभी कई चरणों से गुजरना होगा। हाउस से इस विधेयक के पारित होने के बाद इसे सीनेट से भी मंजूरी पानी होगी। दोनों सदनों के सांसदों को विधेयक के एक सर्वमान्य रूप तक पहुंचना होगा।
रो खन्ना ने इस छूट को ऐतिहासिक बताया है
खन्ना की ओर से जारी बयान में हाउस से विधेयक को मिली इस मंजूरी को ऐतिहासिक बताया गया है। बयान में कहा गया है कि काट्सा से छूट देने वाला यह विधेयक भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौते के बाद रक्षा संबंधों में सबसे बड़ा कदम है। खन्ना ने कहा, 'चीन की बढ़ती आक्रामकता को देखते हुए अमेरिका को भारत के साथ जरूर खड़ा होना चाहिए। इंडिया काकस के वाइस चेयरमैन के रूप में मैं भारत और अमेरिका के बीच सहयोग को मजबूत बनाने एवं सीमा पर भारत चीन से अपनी सुरक्षा कर सके, यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम करता आया हूं। यह संशोधन काफी अहमियत रखता है। मुझे यह देखकर गर्व हो रहा है कि यह विधेयक दो दल वाले हाउस में पास हो गया है।'
CAATSA waiver : S-400 की खरीद पर अमेरिका का बड़ा बयान, काट्सा से भारत को छूट पर अभी फैसला नहीं
भारत ने रूस से खरीदा है एस-400
दरअसल, काट्सा के तहत अमेरिका उन देशों पर आर्थिक एवं अन्य प्रतिबंध लगाता है, जो रूस से हथियार खरीदते हैं। भारत ने रूस से दुनिया के बेहतरीन डिफेंस सिस्टम एस-400 खरीदा है। इस तरह की चर्चा थी कि इस सौदे के बाद अमेरिका भारत पर प्रतिबंध लगा सकता है। हालांकि, अमेरिका में सांसदों का एक ऐसा गुट भी है जो इस कानून से भारत को छूट देने के लिए आवाज उठाता आ रहा है। खन्ना भी उस गुट में शामिल हैं।