वॉशिंगटन: कोरोना (Covid 19) के खिलाफ जारी जंग में भारत दूसरे देशों की भी जमकर मदद कर रहा है। भारत के इस कदम के वैश्विक जगत में भी तारीफ हो रही है। अमेरिकी विदेश विभाग में दक्षिण और मध्य एशिया मामलों की कार्यकारी सहायक मंत्री एलिस जी. वेल्स ने कोरोनोवायरस के खिलाफ जारी जंग में अन्य देशों की मदद करने के भारत के प्रयासों की सराहना की है।
भारत कर रहा है शानदार प्रयास
एक ट्वीट में वेल्स ने कहा, 'हम दोस्तों और भागीदारों की सहायता के लिए भारत के उदार प्रयासों की सराहना करते हैं। भारत द्वारा मॉरीशस, सेशेल्स और हिंद महासागर के अन्य पड़ोसियों को चिकित्सा कर्मचारी और चिकित्सा सामाग्री भेजी जा रही है। ये कदम इस बात पर जोर देते हैं कि कोविड 19 के खिलाफ जारी लड़ाई में हम सब एकजुट हैं।'
सेशेल्स को भेजी दी थी मदद
सेशेल्स में भारतीय दूतावास ने 15 अप्रैल को ट्वीट किया था, 'भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित एक समर्पित एयर इंडिया विमान के माध्यम से सेशेल्स को 4 टन की आपातकालीन चिकित्सा सहायता का उपहार के रूप में दी गई। कोरोना संकट के दौरान विदेश मंत्रालय द्वारा की गई मदद दोनों देशों की साझेदारी प्रदर्शित करता है।' भारत ने 15 अप्रैल को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की 5 लाख से ज्यादा गोलियां और 12 टन जीवन रक्षक दवाईयां मॉरीशस तक पहुंचाई हैं।
मॉरीशस को विशेष विमान के जरिए पहुंची थी मदद
मॉरीशस में भारतीय दूतावास ने 15 अप्रैल को ट्वीट किया था: 'मॉरीशस हमेशा से ही भारत के लिए एक बहुत ही खास दोस्त है। मॉरीशस की उप प्रधानमंत्री श्रीमती डूकुन ने भारत द्वारा भेजी गई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की 5 लाख टैबलेट्स की पहली खेप और 12 टन जीवन रक्षक दवाएं प्राप्त कीं। ये सामाग्री एयर इंडिया के विशेष कार्गो विमान से से भेजी गई।'
पीएम ने कहा था भारत को शुक्रिया
मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवीण जगन्नाथ ने ट्वीट करते हुए कहा था, ‘मैं भारत सरकार से चिकित्सा आपूर्ति के उदार दान के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का बहुत आभारी हूं, जो कल बुधवार, 15 अप्रैल को मॉरीशस पहुंची।’ मोदी ने जगन्नाथ के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री प्रवीण जगन्नाथ आपके नम्र शब्दों के लिए आपका धन्यवाद। भारत और मॉरीशस इतिहास, संस्कृति, भाषा और हिंद महासागर से एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। हम हमेशा एक दूसरे के साथ खड़े रहेंगे, खासकर इस तरह के चुनौतीपूर्ण समय में।’