Hong Kong: चीन ने कुचली स्वायत्तता तो अमेरिका ने वापस लिया हांगकांग का विशेष दर्जा, जानिए क्या हैं इसके मायने

Hong Kong Special Trading Status: अमेरिका ने चीन के प्रभाव वाले हांगकांग का विशेष दर्जा यह कहते हुए वापस ले लिया है कि अब इसको चीन से स्वायत्त नहीं कहा जा सकता और यहां आंदोलनों का क्रूर दमन किया जा रहा है।

Hong Kong US China Special Status News
चीन के खिलाफ प्रदर्शन करते हांगकांग कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करती पुलिस 
मुख्य बातें
  • अमेरिका ने वापस लिया हांगकांग का विशेष दर्जा
  • संसद में सेक्रेटरी ऑफ स्टेट माइक पोम्पियो बोले- अब चीन से स्वायत्त नहीं रहा हांगकांग
  • अरबों डॉलर के व्यापार पर पड़ेगा असर, जानें इसके कई पहलू

वाशिंगटन डीसी: संयुक्त राज्य अमेरिका ने बुधवार को अमेरिकी कानून के तहत हांगकांग की विशेष दर्जे को निरस्त कर दिया है, जिसके तहत चीन के प्रभाव वाले इस वित्तीय हब के लिए व्यापारिक विशेषाधिकार छीनने का रास्ता खुल गया है, अमेरिका ने चीन पर हांगकांग की स्वायत्तता रौंदने का आरोप लगाते हुए कहा है कि अब इसे चीन से स्वायत्त नहीं कहा जा सकता है। समाचार एजेंसी एएफपी के हवाले से यह खबर सामने आ रही है।

इससे पहले खबर आई थी कि अमेरिकी के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट माइक पोम्पिओ ने बुधवार को कांग्रेस से कहा कि हांगकांग अब अमेरिकी कानून के तहत अपनी विशेष स्थिति के लिए योग्य नहीं है।  चीन के रबर-स्टैम्प संसद में हांगकांग के एक नए सुरक्षा कानून पर एक महत्वपूर्ण चर्चा और फैसला लिए जाने को लेकर यहां विरोध प्रदर्शनों को तेज कर दिए गए हैं। चीन बीते समय में भी कई बार हिंसक रास्ता अपनाकर हांगकांग की आवाज को कुचलता आया है।

अमेरिका के इस फैसले का मतलब है कि अमेरिका की ओर से मिलने वाले हांगकांग के विशेषाधिकार खो जाएंगे। चीन के साथ अमेरिका को भी इससे व्यापारिक नुकसान झेलना पड़ेगा लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर हांगकांग पर पड़ने वाला है।

Hong Kong US China
तस्वीर- हांगकांग में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की बर्बरता (Photo- AP)

1997 से चीन के अधिकार में आया हांगकांग, जारी रहा विशेष दर्जा:
राज्य के सचिव माइक पोम्पिओ ने कांग्रेस को प्रमाणित किया है कि अमेरिकी कानूनों के तहत हांगकांग को विशेष दर्जा देने की जरूरत नहीं है और यह क्षेत्र साल 1997 में चीन के अधिकार में आने के बाद भी इसका फायदा ले रहा है। दरअसल खेल यहां अरबों डॉलर के व्यापार का है, जहां अमेरिका के विशेष दर्जे से हांगकांग को फायदा होता है और अब अमेरिका को लगता है वास्तव में चीन इसका फायदा उठा रहा है।

अंग्रेजों से बीजिंग ने किया था स्वायत्तता देने का वादा:
अमेरिका में पिछले साल पारित एक कानून के तहत यह प्रमाणित करना होगा कि चीन की ओर से हांगकांग को स्वतंत्रता दी जा रही है जिसके बारे बीजिंग की अंग्रेजों के इस क्षेत्र को छोड़कर जाते समय बातचीत हुई थी। सेक्रेटरी ऑफ स्टेट पोम्पेओ ने एक बयान में कहा, 'कोई भी उचित व्यक्ति आज यह दावा नहीं कर सकता है कि हांगकांग के लिए चीन की ओर से उच्च स्तर की स्वायत्तता बनाए रखी गई है।'

Hong Kong US China Special Statusतस्वीर- हांगकांग में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की बर्बरता (Photo- AP)

पूर्वी एशिया के शीर्ष विदेश विभाग के अधिकारी डेविड स्टिलवेल ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अंततः निर्णय लेंगे कि कौन सी कार्रवाई की जाए। इस फैसले को अमेरिकी राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद ही लागू किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका हांगकांग के लोगों को चोट नहीं पहुंचाना चाहता था, उन्होंने कहा, 'ऐसा निर्णय बीजिंग की सरकार की वजह से लिया गया है, न कि अमेरिका की ओर से।'

चीन उठा रहा हांगकांग की स्वतंत्रता खत्म करने वाला कदम:
गौरतलब है कि चीन की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस गुरुवार को हांगकांग में सुरक्षा कानून पर एक और कदम उठाते हुए अलगाव, आतंकवाद और विदेशी हस्तक्षेप पर प्रतिबंध लगाने जा रही है। हांगकांग के कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह एक ऐसा कदम जो क्षेत्र की बुनियादी स्वतंत्रता को खत्म कर देता है। इस कदम के विरोध में हांगकांग में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे हैं और चीन की ओर से उनका बलपूर्वक दमन किया जा रहा है।

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