न्यूयॉर्क : रूस-यूक्रेन के बीच 11वें दिन भी जंग जारी रही। यूक्रेन के कई शहरों में रूसी बमबारी के बीच भीषण तबाही हुई है। दुनिया के नेता दोनों पक्षों से शांति की अपील कर रहे हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और मिस्र के राष्ट्रपति रेसेप तैयप अर्दोआन ने एक बार फिर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत की है तो रूस-यूक्रेन में मध्यस्थता की संभावनाओं के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने शनिवार को मास्को में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात व बातचीत के बाद रविवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से फोन पर बात की है।
रूस-यूक्रेन में जहां एक ओर जंग जारी है, वहीं दुनिया की नजरें 7 मार्च (सोमवार) को दोनों पक्षों के बीच होने वाली तीसरे दौर की वार्ता पर भी टिकी है, जिसमें संघर्ष विराम रोकने सहित युद्धरत क्षेत्रों से आम लोगों की सुरक्षित निकासी के लिए मानवीय गलियारा बनाने पर भी चर्चा होनी है। इन सबके बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अजीबोगरीब बयान सामने आया है। उन्होंने रविवार को मजाकिया अंदाज में कहा कि अमेरिका को अपने लड़ाकू विमानों पर चीन के झंडे लगाने चाहिए और रूस पर बमबारी करनी चाहिए। वहीं उन्होंने उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) की आलोचना करते हुए इसे 'कागजी बाघ' कहा।
व्लादिमीर पुतिन के बाद अब वोलोदिमीर जेलेंस्की के मुरीद हुए डोनाल्ड ट्रंप, तारीफ में कही ये बात
डोनर्स के शीर्ष रिपब्लिकन नेशनल कमेटी में अपने संबोधन के दौरान ट्रंप ने मजाकिया अंदाज में कहा कि अमेरिका को F-22 फाइटर जेट्स पर चीनी झंडे लगाने चाहिए और रूस पर बम गिराने चाहिए। उन्होंने कहा, 'और फिर हम कहते कि इसे चीन ने किया है। फिर वे एक-दूसरे के साथ लड़ते और हम बैठकर सब देखते रहते।' उनकी यह बात सुनकर वहां मौजूद लोग हंस पड़े और उन्होंने तालियां भी बजाई। वहीं, NATO को 'कागजी बाघ' करार देते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका यूं ही यह सब होने नहीं दे सकता। इस दौरान वह मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन पर एक बार फिर बरसे और पूरे मामले में उनकी नीतियों को विफल करार दिया।