नई दिल्ली: ईरान और अमेरिका के बीच तनाव अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुका है। अमेरिकी हवाई हमले में ईरान के सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी और अन्य सैन्य अधिकारियों की मौत के बाद ईरान ने बदले की कड़ी कार्रवाई की बात कही है। इस बीच रविवार सुबह ईरान क़ोम मस्जिद पर और अन्य कई जगहों पर लाल झंडा फहराया गया जिसे युद्ध के ऐलान के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस बीच बार- बार अपने ट्विटर अकाउंट से चेतावनी और धमकी भरे संदेश ईरान को दे रहे हैं। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि यूनाइट स्टेट्स के पास कुछ बेहद आधुनिक हथियार हैं और अगर ईरान ने कोई भी सैन्य कार्रवाई करने की कोशिश की तो इन हथियारों को ईरान पर हमला करने के लिए तैनात किया जाएगा।
ट्रंप ने अपने ट्वीट में लिखा, 'संयुक्त राज्य अमेरिका ने कुछ ही समय पहले सिर्फ सैन्य उपकरणों पर दो ट्रिलियन डॉलर खर्च किए हैं। हम दुनिया में सबसे बड़ी और अब तक की सबसे अच्छी सैन्य शक्ति हैं! अगर ईरान किसी अमेरिकी बेस, या किसी अमेरिकी पर हमला करता है, तो हम बिना किसी हिचकिचाहट के कुछ नए खूबसूरत उपकरणों और हथियारों को ईरान की ओर भेजेंगे।'
गौरतलब है कि कुछ समय पहले डोनाल्ड ट्रंप ने एक और ट्वीट में कहा था कि अगर ईरान किसी अमेरिकी सैन्य ठिकाने या अन्य अमेरिकी संपत्ति पर हमला करता है तो अमेरिका 52 ईरानी जगहों को अपना निशाना बनाएगा।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कहा, 'अगर ईरान अमेरिकी जवानों या संपत्ति पर हमला करता है तो अमेरिका 52 ईरानी स्थलों को निशाना बनाएगा और उन पर बहुत तेजी से और जोरदार हमला करेगा। 52 अंक उन लोगों की संख्या को दर्शाता है, जिन्हें एक साल से अधिक समय तक तेहरान में अमेरिकी दूतावास में 1979 में बंधक बनाकर रखा गया था।' ट्रंप ने ट्वीट में कहा कि इनमें से कुछ जगहें बहुत उच्च स्तरीय और ईरानी संस्कृति के लिए महत्वपूर्ण हैं।