जेनेवा (स्विटजरलैंड) : कोविड-19 के प्रकोप से दुनिया को जल्द छुटकारा मिलने वाला नहीं है। डब्ल्यूएचओ के चीफ टैड्रोस ऐडरेनॉम गैबरेयेसस का कहना है कि यह महामारी जल्द खत्म होने वाली नहीं है क्योंकि कई देशों में यह अभी शुरुआती चरण में है। गैबरेयेसस ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'कोविड-19 को लेकर हम कोई गलती न करें, अभी हमें इससे लंबी लड़ाई लड़नी है। कोरोना वायरस हमारे साथ लंबे समय तक रहेगा। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि घर में बैठे रहने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने से कोई देशों में इस महामारी के फैलाव में कमी आई है।'
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने आगे कहा, 'दुनिया के कई देश अभी इस महामारी के शुरुआती चरण में है और ऐसे देश जो इस कोविड-19 के प्रकोप का शिकार पहले हो चुके हैं अब वहां एक बार फिर संक्रमण के मामले सामने आने लगे हैं।' जॉन हॉप्किंस यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में 26 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं। यह महामारी अब तक एक लाख 83 हजार से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार चुकी है।
इस महामारी ने दुनिया की तस्वीर बदल दी है। भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, स्पेन, इटली सहित पूरा विश्व इस संकट का सामना कर रहा है। इस बीमारी से निपटने के लिए देशों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है लेकिन अभी बहुत ज्यादा सकारात्मक नतीजे नहीं मिले हैं। भारत की अगर बात करें तो यहां कोरोना वायरस से संक्रमण की संख्या 21 हजार को पार कर गई है। हालांकि, उपचार के बाद चार हजार से ज्यादा लोगों को ठीक किया जा चुका है और अब तक 681 लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र में इस महामारी ने सबसे ज्यादा अपना प्रकोप दिखाया है। यहां पांच हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं और ढाई सौ से ज्यादा की मौत हो चुकी है।
दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका इस महामारी से बुरी तरह ग्रसित है। यहां कोविड-19 से आठ लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। इस महामारी से यहां 46 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में इस बीमारी के और फैलने का खतरा जताया जा रहा है। यहां के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एवं प्रिवेंशन (सीडीसी) के डायरेक्टर रॉबर्ट रेडफील्ड ने बुधवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस के संक्रमण का दौर एक बार फिर शुरू हो सकता है और इसके ज्यादा खतरनाक होने की आशंका है। सर्दी के समय इस बीमारी का भयानक रूप देखने को मिल सकता है।