रूस और यूक्रेन के बीच जंग के करीब करीब दो महीने पूरे होने जा रहे हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का कहना है कि उनकी फौज रूस को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। अपने दावों के समर्थन में वो बताते हैं कि किस तरह से हमने हजारों की संख्या में रूसी टैंकों को बर्बाद कर दिया, सैनिकों को मार दिया। लेकिन रूस के नए प्लान(यूक्रेन के पूर्वी हिस्से के बाद दक्षिणी हिस्से पर कब्जे की तैयारी) की जानकारी सामने आने के बाद उनका कहना है कि अब आगे कौन आएगा। सवाल यह है कि उनके इस बयान के पीछे का मकसद क्या है। इन सबके बीच यूएन के सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुंटरेस अगले हफ्ते दोनों देशों का दौरा करने वाले हैं।
अब मदद के लिए आगे कौन आएगा
जेलेंस्की ने कहा कि उन सभी राष्ट्रों को, जो हमारी तरह, मृत्यु पर जीवन की जीत में विश्वास करते हैं, हमारे साथ लड़ना चाहिए। उन्हें हमारी मदद करनी चाहिए, क्योंकि हम पहली पंक्ति में हैं। और अगला कौन आएगा ?" समाचार एजेंसी रॉयटर्स के हवाले से एक रूसी जनरल रुस्तम मिनेकेयेव का कहना है कि मॉस्को "सभी दक्षिणी और पूर्वी यूक्रेन को जब्त करना" चाहता है। उन्होंने कहा कि क्रेमलिन का लक्ष्य विद्रोहियों के कब्जे वाले पूर्वी डोनबास क्षेत्र पर कब्जा करना, क्रीमिया प्रायद्वीप के साथ जुड़ना और यूक्रेन के पूरे दक्षिण को मोल्दोवा के एक अलग, रूसी कब्जे वाले क्षेत्र तक कब्जा करना था।
रूसी आबादी पर अत्याचार के संकेत
TASS ने मिनेकेयेव के हवाले से रूस के केंद्रीय स्वेर्दलोव्स्क क्षेत्र में एक बैठक में कहा कि यूक्रेन के दक्षिण पर नियंत्रण एक और तरीका है, जहां इस बात के भी सबूत हैं कि रूसी भाषी आबादी पर अत्याचार किया जा रहा है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि युद्ध को समाप्त करने के राजनयिक प्रयास भी ठप रहे जबकि दोनों पक्षों ने बातचीत की। इन सबके बीत यूक्रेन को उम्मीद है कि शनिवार को मारियुपोल में मानवीय गलियारा खोला जा सकता है। अगले हफ्ते, संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस युद्ध के बारे में रूस के व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए मॉस्को में रुकने के बाद यूक्रेन में जेलेंस्की से मिलेंगे। जर्मनी में यूक्रेन पर अगले सप्ताह अमेरिका द्वारा आयोजित वार्ता में 20 से अधिक देशों के भाग लेने की तैयारी है।
यूक्रेन को पटरी पर लाने के लिए हर महीने 7 बिलियन डॉलर की जरूरत-जेलेंस्की