काबुल स्थित हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर देश छोड़कर जाने वालों की भीड़ एकत्र हो रही है। यहां भी तालिबान लड़ाकों का पहरा है।
काबुल स्थित हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर देश छोड़कर जाने वालों की भीड़ एकत्र हो रही है। यहां भी तालिबान लड़ाकों का पहरा है।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़कर भाग जाने के बाद तालिबान लड़ाकों ने काबुल में देश के राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया।
काबुल एयरपोर्ट पर 16 अगस्त को बड़ी संख्या में अफगान नागरिक अमेरिकी एयरफोर्स के ट्रांसपोर्ट प्लेन के जरिये देश छोड़कर जाने की जद्दोजहद करते देखे गए।
काबुल हवाई अड्डे पर 17 अगस्त को एक जर्मन बुंडेसवेहर विमान में बैठे लोग। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद जर्मनी भी अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए आगे आया।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच 18 अगस्त को चमन बॉर्डर से गुजरते लोग। यहां सीमा पर दोनों ओर पाकिस्तानी और तालिबान की पहचान सुनश्चित करने वाले ध्वज लहरा रहे हैं। अफगानिस्तान की तरफ तीन रंगों वाले पुराने ध्वज को हटा दिया गया है।