संयुक्त राष्ट्र : दुनियाभर में परमाणु हथियारों को लेकर मची होड़ के बीच भारत ने संयुक्त राष्ट्र में स्पष्ट किया है कि वह परमाणु नि:शस्त्रीकरण के लिए प्रतिबद्ध है। लेकिन यह सार्वभौमिक, गैर-भेदभावपूर्ण और सत्यापन योग्य होना चाहिए। विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि परमाणु निरस्त्रीकरण के लक्ष्य को सार्वभौमिक प्रतिबद्धता के साथ ही चरणबद्ध तरीके से हासिल किया जा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु हथियार उन्मूलन दिवस पर मंगलवर को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला ने जहां पहले परमाणु हथियार का उपयोग नहीं करने और गैर-परमाणु हथियार वाले देशों के खिलाफ इनका इस्तेमाल नहीं करने के भारत के सिद्धांत की एक बार फिर से पुष्टि की, वहीं यह भी कहा कि भारत सार्वभौमिक, गैर-भेदभावपूर्ण और सत्यापन योग्य परमाणु निरस्त्रीकरण के लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि परमाणु हथियारों का पूरी तरह उन्मूलन हो सके।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके संकेत दिए हैं कि भारत सभी विचारों को सुनने और समझने के लिए तैयार है, जैसा कि पौराणिक ग्रंथ ऋग्वेद में नए विचारों को लेकर कहा गया है कि सभी जगहों से नेक विचार हमारे पास आते रहने चाहिए। भारत परमाणु हथियार मुक्त दुनिया को साकार करने के लिए सभी सदस्य राष्ट्रों के साथ संपर्क करेगा और उनके साथ इस पर गहन विचार-विमर्श करेगा। उन्होंने परमाणु नि:शस्त्रीकरण के लक्ष्य को बहुपक्षीय ढांचे के जरिए हासिल किए जाने पर जोर दिया।