भोपाल : मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई वाली सरकार में एक बार फिर मंत्रिमंडल विस्तार हुआ है। इसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक दो विधायकों को शामिल किया गया है। दोनों विधायकों को आज (रविवार, 3 जनवरी) राजभवन में आयोजित समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। यह बीते साल मार्च में शिवराज सिंह चौहान के चौथी बार सत्ता संभालने के बाद तीसरा मंत्रिमंडल विस्तार है।
सिंधिया समर्थक तुलसीराम सिलावट और गोविन्द सिंह राजपूत पहले भी चौहान मंत्रिमंडल में रह चुके हैं। दोनों को पिछले साल 21 अप्रैल को मंत्री बनाया गया था, लेकिन तब वे विधायक नहीं थे। उन्हें बीते साल संवैधानिक बाध्यता के कारण मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था, क्योंकि वे छह माह के भीतर विधानसभा की सदस्यता हासिल नहीं कर पाए थे। वे उन विधायकों में शामिल रहे, जिन्होंने बीते साल मार्च में सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद पार्टी छोड़ दी थी और फिर विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था।
ये सभी विधायक बाद में सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हो गए। राज्य की 28 विधानसभा सीटों के लिए 3 नवंबर, 2020 को उपचुनाव हुए थे, जिसमें तुलसीराम सिलावट और गोविन्द सिंह राजपूत सहित कई नेता फिर से विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। विधानसभा उपचुनाव के परिणामों की घोषणा 11 नवंबर को की गई थी, जिसके बाद से मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा राजनीतिक गलियारों में चल रही थी।
मध्य प्रदेश में विधानसभा की सदस्य संख्या 230 है और इस लिहाज से मंत्रिमंडल में कुल 35 सदस्य हो सकते हैं। इन दो विधायकों के मंत्रिमंडल में शामिल होने के साथ ही चौहान कैबिनेट में शामिल सदस्यों की संख्या अब 31 हो गई है। बताया जा रहा है आने वाले कुछ समय में कुछ और नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।