- आज से चलेंगी 196 जोड़ी फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें
- ये फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें 20 अक्टूबर 2020 से 30 नवंबर 2020 के बीच संचालित होंगी
- फेस्टिवल स्पेशल सर्विस के लिए स्पेशल ट्रेन का किराया भुगतान करना होगा
नई दिल्ली: रेलवे आगामी त्योहारी सीजन के मद्देनजर आज से 30 नवंबर के बीच 392 विशेष ट्रेनें चलाएगा। यात्रा की श्रेणी के आधार पर इन ट्रेनों का किराया 10-30 प्रतिशत तक महंगा होगा। दुर्गा पूजा, दशहरा, दिवाली और छठ पूजा के दौरान बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए विशेष ट्रेनें कोलकाता, पटना, वाराणसी, लखनऊ जैसे अन्य स्थानों के लिए चलाई जाएंगी।
अब तक रेलवे ने 666 मेल/एक्सप्रेस विशेष ट्रेनों को सेवा में लगाया है, जो देशभर में नियमित रूप से चल रही हैं। ये नई फेस्विटल स्पेशन ट्रेनें केवल 30 नवंबर तक ही चलेंगी। रेलवे बोर्ड ने कहा कि विशेष ट्रेनों का संचालन 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से किया जाएगा।
रेलवे ने मार्च से कोरोनो वायरस महामारी के कारण अपनी सभी नियमित सेवाओं को निलंबित कर दिया था और बाद में मांग और आवश्यकता के अनुसार ट्रेनों का संचालन शुरू किया। 12 मई से रेलवे ने देशभर में फंसे लोगों की मदद के लिए सीमित विशेष रेलगाड़ियां चलानी शुरू कर दीं। इसकी शुरुआत 15 जोड़ी प्रीमियम राजधानी स्पेशल ट्रेनों से हुई थी, जिसमें दिल्ली को देश के विभिन्न हिस्सों से जोड़ा गया था। इसके बाद 1 जून को 100 जोड़ी लंबी दूरी की ट्रेनों को जोड़ा गया। इसके अलावा 12 सितंबर को 80 ट्रेनों की शुरुआत भी की गई।
इस महीने की शुरुआत में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ वीके यादव ने कहा था कि रेलवे राज्य सरकारों की जरूरतों और महामारी की स्थिति के आधार पर दैनिक रूप से यात्री सेवाओं का जायजा लेगा।
यात्रियों के लिए इन दिशानिर्देशों का पालन करना आवश्यक है
- स्टेशन पर एंट्री केवल कन्फर्म टिकट के जरिए हो सकती है।
- यात्रियों को यात्रा के समय से लगभग 90 मिनट पहले स्टेशन पर पहुंचना होता है, ताकि थर्मल स्क्रीनिंग की प्रक्रिया को आसानी से पूरा किया जा सके।
- यात्रा करने के लिए सभी यात्रियों का आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना आवश्यक है।
- यात्रा के दौरान रेलवे द्वारा कंबल और चादर उपलब्ध नहीं कराए जाएंगे।
- ट्रेन में चढ़ते समय और यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना आवश्यक होगा।
- रेलवे स्टेशन पर सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी और केवल उन यात्रियों को ट्रेन में एंट्री मिलेगी, जिनमें कोई लक्षण नहीं दिखेंगे।
- सफर के दौरान मास्क पहनना जरूरी होगा।