- भारत ने कोरोना वायरस के हालात को काफी बेहतर ढंग से हैंडल किया: अडानी।
- साल 2015 से भारत की रिन्युएबल एनर्जी क्षमता में 300 फीसदी का उछाल आया है।
- अडानी ने कहा कि ग्रुप की सफलता भारत की ग्रोथ स्टोरी से जुड़ी है।
नई दिल्ली। भारत और एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी (Gautam Adani) ने मंगलवार को कहा कि उनका पोर्ट-टू-एनर्जी ग्रुप ने कभी भी भारत में निवेश से अपने कदम पीछे नहीं खींचे। समूह की वृद्धि देश के विकास के साथ जुड़ी हुई है। अडानी एंटरप्राइजेज की सालाना जनरल मीटिंग (AGM) में गौतम अडानी ने कहा कि नए एनर्जी बिजनेस में समूह 70 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश कर रहा है, जो भारत को तेल के शुद्ध आयातक से ग्रीन हाइड्रोजन के निर्यातक में बदल देगा।
देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा परिचालक
उन्होंने कहा कि, 'हमने कभी भी भारत में निवेश को धीमा या दूर नहीं किया है।' अडानी ने कहा कि समूह अब देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा परिचालक है और होल्सिम के अधिग्रहण के साथ उसने सीमेंट कारोबार में कदम रखा है।
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8% जीडीपी ग्रोथ हासिल करेगा भारत
मंगलवार को अपनी वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए, 114 अरब डॉलर की कुल संपत्ति (Gautam Adani Networth) के साथ दुनिया के चौथे सबसे धनी व्यक्ति ने कहा कि, 'भारत का अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 8 फीसदी की वृद्धि प्राप्त करने योग्य है।' उन्होंने कहा कि, 'हमें अपने कारोबार से जो संकेत मिले हैं, उसे देखते हुए, मुझे विश्वास है कि चालू वर्ष में भारत की अनुमानित जीडीपी वृद्धि 8 फीसदी है, जो प्राप्त करने योग्य है।'
आगे अडानी समूह के अध्यक्ष ने वित्त वर्ष 2022 में कंपनी की कुछ प्रमुख उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वर्ष के दौरान समूह का संयुक्त मार्केट कैप 200 अरब डॉलर से ज्यादा हो गया है। हमने डेटा सेंटर, डिजिटल सुपर ऐप और औद्योगिक क्लाउड से लेकर रक्षा और एयरोस्पेस, मेटल और मटीरियल तक के सेक्टर में एंट्री की है।