- कोरोना वायरस के मामले दुनिया भर में बढ़ते ही जा रहे हैं
- अंतरराष्ट्रीय कॉमर्शियल पैसेंजर उड़ान सेवा पर लगे प्रतिबंध को बढ़ा दिया गया है
- पहले यह प्रतिबंध 15 जुलाई तक बढ़ाया गया था
Ban on International flights : कोरोना वायरस के मामलों लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। इसको देखते हुए भारत सरकार ने शुक्रवार (03 जुलाई) अंतरराष्ट्रीय कॉमर्शियल पैसेंजर उड़ान सेवा पर लगे प्रतिबंध को 31 जुलाई तक बढ़ा दिया है। पहले इस सेवा को 15 जुलाई तक सस्पेंड की गई थी। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने शुक्रवार को कहा कि देश में अंतरराष्ट्रीय यात्री विमान सेवा पर बैन 31 जुलाई तक जारी रहेगी।
डीजीसीए ने यह भी कहा कि अलग-अलग मामलों के आधार पर चुनिंदा हवाई रूटों पर कुछ उड़ान सेवाओं की अनुमति दी जा सकती है।
डीजीसीए ने 26 जून को सर्कुलर जारी कर कहा था कि यात्री उड़ान सेवाएं 15 जुलाई 2020 तक सस्पेंड रहेंगी। अपने फैसले में बदलाव करते हुए डीजीसीए ने शुक्रवार को कहा कि यह समय सीमा बढ़ाकर 31 जुलाई 2020 तक कर दी गई है। हलांकि यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कार्गो संचालन और उड़ानों पर लागू नहीं होगा जो विशेष रूप से एविएशन रेगुलेटर द्वारा अनुमोदित हैं। देश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 25 मार्च को सभी कॉमर्शियल उड़ानों को सस्पेंड कर दिया गया था।
चुनिंदा मार्गों पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानें जारी रहेंगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि अंतरराष्ट्रीय शेड्यूल उड़ानों को सक्षम प्राधिकारी द्वारा सेलेक्टेड रूटों पर अनुमति दी जा सकती है। घरेलू उड़ान संचालन 25 मई को कड़े नियमों के बाद फिर से शुरू किया गया। एअर इंडिया और अन्य निजी घरेलू विमानन कंपनियां वंदे भारत अभियान के तहत 6 मई से विदेश में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए उड़ानों का परिचालन कर रही हैं।
वंदे भारत मिशन के चौथे चरण के तहत 3 से 15 जुलाई तक एअर इंडिया 114, वहीं इंडिगो और गोएयर क्रमश: 457 और 41 विमानों का परिचालन करेंगी। मिशन के चौथे चरण में कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, केन्या, श्रीलंका, फिलीपीन, किर्गिस्तान, सऊदी अरब, बांग्लादेश, थाइलैंड, दक्षिण अफ्रीका, रूस, ऑस्ट्रेलिया, म्यांमार, जापान, यूक्रेन और वियतनाम समेत 17 देशों से भारत के लिए 114 उड़ानों का परिचालन करेगी।
ये उड़ानें तीन जुलाई से 15 जुलाई के बीच संचालित होंगी। रिपोर्ट के अनुसार, 31 उड़ानें अमेरिका से और 19 उड़ानें ब्रिटेन से भारत के लिए संचालित होंगी। इससे पहले एअर इंडिया के एक रिपोर्ट में कहा गया था कि वह 17 देशों से कुल 170 उड़ानों का परिचालन करेगी। इंडिगो और गोएयर जैसी निजी एयरलाइन्स भी मिशन के चौथे चरण में बड़ी भूमिका निभाएंगी। वैसे भारत में अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ान सेवा कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 23 मार्च से निलंबित है।