- हर साल बजट से पहले आर्थिक सर्वेक्षण पेश होता है।
- यह आम तौर पर बजट से ठीक एक दिन पहले संसद में पेश होता है।
- इस बार इसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी।
Budget 2022: आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) का प्रमुख वार्षिक दस्तावेज है। यह सभी क्षेत्रों- औद्योगिक, कृषि, मैन्युफैक्चरिंग सहित अन्य के विस्तृत सांख्यिकीय आंकड़े देकर पिछले वित्तीय वर्ष में भारत में आर्थिक विकास की समीक्षा करता है। इसके अलावा यह पिछले वर्ष में देश के संपूर्ण मैक्रोइकोनॉमिक्स का विश्लेषण करता है और अगले वित्तीय वर्ष की रूपरेखा प्रदान करता है।
भारत का पहला आर्थिक सर्वेक्षण कब पेश किया गया था?
भारत में पहला आर्थिक सर्वेक्षण वर्ष 1950-51 में पेश किया गया था। साल 1964 तक इसे केंद्रीय बजट के साथ पेश किया जाता था। लेकिन 1964 से इसे बजट से अलग कर दिया गया।
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आर्थिक सर्वेक्षण कब और कौन प्रस्तुत करता है?
आर्थिक सर्वेक्षण हर साल बजट सत्र के दौरान संसद में पेश किया जाता है। आर्थिक सर्वेक्षण आम तौर पर वित्त मंत्री द्वारा संसद में केंद्रीय बजट पेश करने से एक दिन पहले पेश किया जाता है।
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आर्थिक सर्वेक्षण कौन तैयार करता है?
आर्थिक सर्वेक्षण वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग के इकोनॉमिक्स डिविजन द्वारा तैयार किया जाता है। यह मुख्य आर्थिक सलाहकार के मार्गदर्शन में तैयार होता है और इसे वित्त मंत्री द्वारा अनुमोदित किया जाता है।
आर्थिक सर्वेक्षण बजट से पहले क्यों पेश किया जाता है?
चूंकि आर्थिक सर्वेक्षण वर्ष के दौरान अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन का विश्लेषण करता है, इसलिए यह केंद्रीय बजट की बेहतर तरीके से समझने में मदद करता है। यह अगले वित्तीय वर्ष के लिए देश की प्राथमिकता को समझने में मदद करता है और संकेत देता है कि केंद्रीय बजट में किन क्षेत्रों पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
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आर्थिक सर्वेक्षण में क्या शामिल होता है?
सर्वेक्षण के दो भाग होते हैं- पहला, देश किन आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है और दूसरा, बीते वर्ष की समीक्षा होती है।